Indore. इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने 2 सहायक जिला आबकारी अधिकारी संतोष सिंह कुशवाह और धर्मेंद्र सिंह भदौरिया को मैदानी पोस्टिंग से हटाने के आदेश दे दिए। संतोष सिंह कुशवाह को चुनाव कार्यालय में अटैच किया गया है और साथ ही विभागीय जांच की अनुशंसा संभाग आयुक्त से की है। इसके साथ ही इंदौर जिले के बाहर भी ट्रांसफर करने की अनुशंसा की है। वहीं धर्मेंद्र सिंह भदौरिया को फ्लाइंग स्कवॉड से बाहर कर दिया गया है। सहायक जिला आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र भदौरिया के बेटे ने एक फाइव स्टार होटल में पार्टी की थी और बिल मांगने पर पिता के पद का रौब झाड़ते हुए पैसे देने से इनकार कर दिया था। अधिकारियों के बच्चों ने होटल प्रबंधन से बहस और झूमाझटकी की थी जिसके बाद होटल प्रबंधन ने सीधे कलेक्टर से शिकायत की थी।
5 स्टार होटल में की थी पार्टी, बिल मांगने पर बच्चों ने दी थी धमकी
पार्टी के बाद बच्चों का होटल प्रबंधन से बिल को लेकर विवाद हुआ। बच्चों ने होटल स्टाफ को धमकी दी। उन्होंने कहा कि हमारे पिताजी को तुम नहीं जानते तुम सबकी फोटो वीडियो लूंगा और पापा को बताऊंगा फिर देखते हैं तुम्हारा होटल कैसे चलता है। कुछ बच्चों ने होटल के स्टाफ के साथ कहासुनी के बाद झूमाझटकी भी की। इसके बाद होटल प्रबंधन ने सीधे कलेक्टर से शिकायत की और कलेक्टर ने फौरन एक्शन लिया।
अधिकारियों के खिलाफ शिकायतें भी मिलीं
ये भी सामने आया है कि अधिकारी विजय नगर क्षेत्र के कई होटलों में रोज रात को जाते थे और उसे बंद कराने की धमकी देते थे। इसके लिए कलेक्टर की सख्ती का हवाला देते थे और बड़ी राशि की मांग करते थे। इन शिकायतों को देखने के बाद कलेक्टर ने दोनों अधिकारियों को मैदान से हटाने के आदेश दे दिए। वहीं ये भी सामने आया है कि धर्मेंद्र सिंह भदौरिया का ट्रांसफर 3 साल पहले ही हो गया था लेकिन वे स्टे ले आए और हाईकोर्ट ने इस मामले में कहा था कि विभाग 6 महीने में अपना प्रतिवेदन दे लेकिन इस मामले में विभाग प्रतिवेदन देना ही भूल गया। इसके बाद से वे 3 साल से अभी तक अपने पद पर जमे हैं। डिप्टी कमिश्नर आबकारी संजय तिवारी ने कहा कि मुझे स्टे वाला याद नहीं है देखना पड़ेगा और कलेक्टर साहब ने दोनों अधिकारी खिलाफ एक्शन लिया है उसकी अभी जानकारी आई है।