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संजय गुप्ता, INDORE. वाणिज्यिक कर विभाग की डाटा एनालिटिक्स विंग डाटा कमांड एंड कंट्रोल सेंटर और टैक्स रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (ट्रा) के आधार पर प्रदेश में एक साथ छापामार कार्रवाई कर 92 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी है। साथ ही मौके पर कारोबारियों से 12.64 करोड़ रुपए जमा कराए गए हैं।
आयुक्त वाणिज्यिक कर लोकेश कुमार जाटव के निर्देशन में शहडोल, इंदौर, टीकमगढ़ और नीमच जिलों के आयरन एंड स्टील सेक्टर और पान मसाला के 11 व्यवसाइयों के 19 व्यवसायिक एवं निवास स्थल पर अलग-अलग समय पर यह छापे की कार्रवाई की गई।
शहड़ोल में यह हुई कार्रवाई
टैक्स रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (TRAW) इंदौर और एंटी इवेजन ब्यूरो जबलपुर द्वारा जीएसटी पोर्टल, ई-वे बिल पोर्टल एवं चलित वाहनों की जांच के बाद ब्यौहारी जिला-शहडोल के एक व्यवसायी मेसर्स दुर्गा हार्डवेयर के 5 वाहनों पर अलग-अलग समय पर बिना ई-वे बिल के लोहा एवं सरिया परिवहन पेनल्टी लगाई गई। गोपनीय रिपोर्ट के आधार पर ब्यौहारी जिला शहडोल स्थित मेसर्स दीन दयाल गुप्ता, मेसर्स दुर्गा हार्डवेयर, मेसर्स पुरूषोत्तम दास आशीष कुमार गुप्ता एवं मेसर्स श्री दुर्गा ट्रेडर्स के चलित वाहनों की जाँच की गई। चारों व्यवसायी के यहां सर्च में कागजात जप्त किए गए और इनकी फर्मों से कुल 80 लाख रूपए से अधिक की राशि जमा कराई गई।
नीमच में यह हुई
नीमच स्थित व्यवसाई मेसर्स जी.आर. इंफ्राप्जेक्टस द्वारा एनएचएआई से वर्क्स कॉन्ट्रेक्ट प्राप्त कर रोड़ निर्माण का कार्य किया जाता है। फर्म द्वारा गलत तरीके से आईटीसी क्लेम की गई है। फर्म द्वारा अर्थ वर्क के कार्य में 5 प्रतिशत एवं 12 प्रतिशत के बजाय 18 प्रतिशत की दर से अधिक इनपुट लिया गया है। इस प्रकार पुरानी मशीनों पर भी अधिक आईटीसी प्राप्त की गई है। इस आधार पर कार्रवाई कर कुल 9 करोड़ 75 लाख रूपए मौके पर जमा करवाए गए।
इंदौर में यह हुई कार्रवाई
'टैक्स रिसर्च एन्ड एनालिसिस विंग' (TRAW) एवं गोपनीय सूत्रों से प्राप्त शिकायत के आधार पर इन्दौर स्थित व्यवसाई मेसर्स राधा ट्रेडर्स, मेसर्स लक्ष्मी इंटरप्राईजेस, मेसर्स हनी ट्रेडर्स, मेसर्स गोल्डन पान मसाला एवं मेसर्स शिवम इंटरप्राइजेस, सियागंज बाजार में पान मसाला, सिगरेट के 5 व्यवसाइयों कार्रवाई की गई। इसमें एक करोड नौ लाख जमा कराए गए। एंटी इवेजन ब्यूरो, इंदौर-ए द्वारा जीएसटी पोर्टल पर मेसर्स ओमेक्स लिमिटेड के प्रकरण का परीक्षण किया गया। व्यवसायी रियल स्टेट का व्यवसाय करता है। परीक्षण के बाद आईटीसी त्रुटिपूर्ण रूप से ली गई कारोबारी से 50 लाख जमा कराए गए।
टीकमगढ़ में यह हुई
मेसर्स ग्वारा कंस्ट्रक्शन लिमिटेड टीकमगढ़ मुख्यतः वर्क्स कांट्रेक्टर है और सड़क निर्माण के क्षेत्र में कार्य करती है। शासकीय विभागों से प्राप्त ठेकों में से अधिकांश भाग सब-कांट्रेक्टर को सबलेट किया जाता है। साथ ही व्यवसायी सीमेंट, बिटुमिन एवं आयरन स्टील की अपने सब कांट्रेक्टर को सप्लाई भी करता है। ई-वे बिल के परीक्षण से माल के डिलीवरी पते को चिन्हित करने पर पाया गया कि व्यवसायी द्वारा क्रय किए गए माल का अधिकांश भाग उन कंस्ट्रक्शन साइट पर डिलीवर किया गया, जहां सब कांट्रेक्टर काम कर रहे थे। टैक्स चोरी पर मौके पर 50 लाख रूपए जमा करवाए गए।