Damoh, सरकारें लाख विकास के दावे करें, हर गांव तक प्रधानमंत्री सड़क का जाल बिछा देने का श्रेय लें लेकिन आज भी ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं और संसाधन न के बराबर हैं। और इन नाकामियों के कारण हर साल हजारों जानें व्यवस्था की भेंट चढ़ रही हैं। ताजा मामला दमोह जिले का है जहां पटेरा ब्लॉक के जमुनिया जेरगांव में रहने वाले एक 9 साल के मासूम को शुक्रवार रात सांप ने डस लिया। परिजनों को पता चला तो वह गांव से पैदल ही अपने मासूम को कांधे पर रखकर अस्पताल के लिए निकल पड़े। इस गांव में कोई मुख्य मार्ग नहीं है। सकरे रास्तों से पैदल चलते हुए परिजन मासूम को लेकर पास के गांव पहुंचे। जहां किसी से मदद मांगी, तब जाकर बाइक से मासूम को जिला अस्पताल लाया गया। लेकिन काफी देर हो चुकी थी
रास्ते में ही हो गई मासूम की मौत
ग्रामीण राजेश यादव ने बताया उसके पड़ोसी का बेटा शुभम पाल घर के पास खेल रहा था। तभी उसे सांप ने डस लिया। गांव में कोई साधन नहीं है और ना ही ठीक से रास्ता है। परिवार के लोग मासूम को कंधे पर लादकर दूसरे गांव पहुंचे, जहां उसने अपने एक परिचित से बाइक मांगी और उस बाइक से मासूम को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जिला अस्पताल में पदस्थ ड्यूटी डॉक्टर विकास तिवारी ने बताया परिजन मासूम को अस्पताल लेकर आए थे। उसे सांप ने डस लिया थाए लेकिन अस्पताल पहुंचने के पहले ही उसने दम तोड़ दिया है। शनिवार को शव का पीएम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया।