गुना में झोलाछाप डॉक्टर ने मासूम को लगाया गलत इंजेक्शन, बच्चे की जान पर बन आई, अस्पताल सील

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Naveen Modi
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गुना में झोलाछाप डॉक्टर ने मासूम को लगाया गलत इंजेक्शन, बच्चे की जान पर बन आई, अस्पताल सील

GUNA. गुना में झोलाछाप डॉक्टर ने 1 बच्चे का ऐसा इलाज किया कि उसकी जान पर बन आई, वहीं उसके इलाज में लाखों रुपए भी खर्च हो गए। जानकारी अनुसार बच्चे की जान बचाने के लिए मजूदर पिता ने जमीन गिरवी रख दी और पत्नी के गहने भी बेच दिए, इसके बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ था। बच्चे की जानकारी जैसे ही एसपी पंकज श्रीवास्तव के संज्ञान में आई तो उन्होंने बजरंगगढ़ पुलिस को फर्जी डॉक्टर मेहरबान सिंह रघुवंशी के खिलाफ मामला दर्ज कराने के आदेश दिए।





फर्जी डॉक्टर ने बच्चे को लगाया गलत इंजेक्शन





मामला गुना जिले के बजरंगगढ़ थाना अंतर्गत मंगवार गांव का है। यहां रहने वाले मोहर सिंह परिहार ने अशोकनगर जिले के नगऊखेड़ी निवासी डॉक्टर मेहरबान सिंह रघुवंशी के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। नंदलाल ने पुलिस को बताया कि उसका 3 साल का लडका कृष्णा परिहार बीमार था। उसके दाहिने पैर पर छोटी सी फुंसी हो गई थी, जो ठीक नहीं हो पा रही थी। करीब 4 महीने पहले 5 जून को उनके गांव में मेहरबान सिंह रघुवंशी डॉक्टर बनकर आया और मोहर सिंह को गारंटी दी कि वह उनके बेटे का सफल इलाज कर देगा। 





इलाज के बाद बिगड़ी बच्चे की तबीयत





झोलाछाप डॉक्टर मेहरबान सिंह ने कृष्णा को 2 इंजेक्शन लगा दिए, जिसके बाद उसकी तबियत और बिगड़ रही है। मोहर सिंह ने गुना से लेकर इंदौर तक बच्चे का इलाज कराया। लेकिन उनके बेटे के स्वास्थ्य में सुधार नहीं आ रहा है। परेशान होकर मोहर सिंह ने बजरंगगढ़ थाने में कथित डॉ. मेहरबान सिंह रघुवंशी के खिलाफ 9 अक्टूबर को मुकद्दमा दर्ज करा दिया है। 





पीड़ित पिता बोला मेरे बच्चे को बचा लो-





मंगवार निवासी मोहर सिंह परिहार ने बताया कि मेरे बच्चे का डॉक्टर ने गारंटी से इलाज कर सही करने का दावा किया था। लेकिन मेरे बच्ची की जान पर बन आई। इसलिए मैंने कर्ज लेकर इलाज कराया। पत्नी के गहने तक बिक गए। पीड़ित पिता ने अपने बेटे की जान बचाने के लिए मदद की गुहार लगाई है और फर्जी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जिससे किसी और को ऐसी मुसीबत ना झेलना पड़े।





पीड़ित के घर पड़े खाने के लाले





वहीं बच्चे की मां का कहना है कि इतना कर्ज हो चुका है कि खाने तक के लाले पड़ गए हैं। बच्चे के इलाज के कारण 3 महीने से गुना और इंदौर के चक्कर लगा रहे हैं। इस वजह से पति भी मजूदरी पर नहीं जा रहे हैं। इससे घर में खाने-पीने के लिए परेशानी है। महिला के 5 बच्चे हैं, ऐसे में उन्हें खाना तक नसीब नहीं हो पा रहा है।





जिले में चल रहे कई फर्जी क्लीनिक





गुना जिले में कई अवैध क्लीनिक चल रहे हैं। जो भोले- भाले गरीब लोगों को इलाज के नाम पर लूटते है। जिनकी जानकारी होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है इसके चलते कई बार तो लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। 





स्वास्थ्य विभाग के पास है अमला फिर कार्रवाई नहीं





स्वास्थ्य विभाग के पास डॉक्टरों का अमला है इसके बाद भी झोलाझाप डॉक्टरों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके चलते ये मेलजोल से सक्रिय है, वहीं बंगाली डॉक्टर के नाम पर भी कथित डिग्री लेकर फर्जी डॉक्टर सक्रिय है। यह लोग शहर और गांवों में क्लीनिक खोलकर बैठे हैं और खुलेआम इलाज कर रहे हैं।





कथित डॉक्टर की कहानी





बच्चे का गलत इलाज करने वाले कथित डॉक्टर मेहरबान सिंह रघुवंशी शाढोरा का रहने वाला है। बजरंगगढ़ थाना क्षेत्र के गांव मंगवार में रहने लगा है। यहां उसने जमीन भी खरीदी है। एक हाथ में झोला लटका कर घर-घर पहुंचकर इलाज करता है। बच्चे का इलाज भी घर पर किया था। कथित डॉक्टर को ऐसे इलाज की अनुमति किसने दी, यह बड़ा सवाल है।





शिकायत पर केस दर्ज





वही पुलिस का कहना है कि प्राइवेट डॉक्टर मेहरबान सिंह रघुवंशी के पास कोई डिग्री नहीं है, उसने 1 बच्चे को इंजेक्शन लगाया, इससे उसकी तबीयत बिगड़ी। संबंधित डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आगे कार्रवाई की जाएगी।



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