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GWALIOR News. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के अध्यक्ष अरूण कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में गठित समिति ने मंगलवार को ग्वालियर के मानसिक आरोग्यशाला का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मानसिक आरोग्यशाला के उन्नयन हेतु विस्तृत प्रस्ताव तैयार करने और आईसीयू खोले जाने के निदेश दिए।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त चिकित्सा शिक्षा निशांत बरबड़े, संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल, मानसिक आरोग्यशाला के संचालक डॉ. संजय लहारिया सहित मानसिक आरोग्यशाला के चिकित्सक उपस्थित थे।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दल ने मानसिक आरोग्यशाला के विभिन्न विभागों और गतिविधियों का अवलोकन किया। मानसिक रोगियों के उपचार के लिये मानसिक आरोग्यशाला में की गई व्यवस्थाओं के संबंध में भी जानकारी ली। विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान आयोग के अध्यक्ष अरूण कुमार मिश्रा ने कहा कि मानसिक आरोग्यशाला के विकास और उन्नयन हेतु एक विस्तृत प्लान तैयार किया जाना चाहिए। इसके साथ ही आरोग्यशाला में आईसीयू भी प्रारंभ हो, इसकी व्यवस्थायें की जाना चाहिए।
आयुक्त चिकित्सा शिक्षा श्री निशांत बरबड़े ने विभाग की ओर से किए जा रहे विभिन्न कार्यों के संबंध में जानकारी दी। संभागीय आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने मानसिक आरोग्यशाला में ठीक हुए मरीजों को लाँग स्टे होम में रखने की जो व्यवस्था की है उसके संबंध में जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि लाँग स्टे होम के माध्यम से कुछ मरीजों को उनके परिजन अपने साथ घर भी ले गए हैं।
आयोग के सदस्यों ने निरीक्षण के दौरान मानसिक रोगियों द्वारा की जा रही विभिन्न गतिविधियों को भी देखा और उनसे चर्चा की।
निरीक्षण के दौरान राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य महेश मित्तल कुमार, राजीव जैन व सचिव देवेन्द्र कुमार सिंह एवं प्रधान जिला न्यायाधीश प्रेम नारायण सिंह भी उपस्थित थे।