Jabalpur. जबलपुर के राइट टाउन इलाके में स्थित सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल में चली आयुष्मान योजना की धांधली के मामले की जांच कर रही एसआईटी को मामले में एक और नई जानकारी मिली है। एसआईटी इस नतीजे पर पहुंची है कि आयुष्मान योजना का काॅर्डीनेटर भुवन साहू, जिसे अब तक शासकीय कर्मचारी समझा जा रहा था वह एक निजी कंपनी का एंप्लोई है। जिसकी सांठगांठ शहर के कई अस्पतालों से थी। जिससे अब पूछताछ की जाएगी।
एसआईटी को यह जानकारी मिली है कि भुवन साहू ही आयुष्मान योजना के बिल आदि स्वीकृत करता था। अब छानबीन इस बात की हो रही है कि सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल के बिल किस स्थिति में पास किए गए। मामले में इंश्योरेंस कंपनी से भी पूछताछ की जाएगी। एसआईटी का दावा है कि अस्पताल में आयुष्मान कार्ड के फर्जीवाड़े में काॅर्डिनेटर का भी हाथ हो सकता है। जिसका खुलासा पूछताछ के बाद ही हो पाएगा।
हार्डडिस्क की चल रही जांच
किडनी अस्पताल से जब्त कंप्यूटर हार्ड डिस्क और फाइलों की जांच एसआईटी द्वारा अब भी की जा रही है। इन्हीं फाइलों और हार्डडिस्क में अस्पताल में हुए फर्जीवाड़े के संबंध में अहम जानकारियां और मिल सकते हैं। एसआईटी की टीम एक-एक फाइल की बारीकी से जांच कर रही है। आगे और भी खुलासे होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।