Gwalior.कोई आपका रास्ता रोककर कहता है कि बीस रुपये के डेढ़ सौ करके दे देगा। और जब आप बात कर रहे होंगे तब एक आदमी सायकिल से आएगा और वह बीस के डेढ़ सौ कराकर ले जाएगा। फिर कुछ और लोग भी फटाफट पैसे कई गुना कराकर चलते बनेंगे। अगर आपके सामने ऐसा हो रहा है तो सावधान हो जाइए यह ठगों का गिरोह है और ठगी का नया तरीका। यह लोग ज्यादातर सुबह की सैर पर निकले लोगों को निशाना बनाते है ,खासकर बुजुर्गों को। ऐसा ही एक अंतर्राजीय गिरोह ग्वालियर में पुलिस के हत्थे चढ़ा है और ऐसे कई गैंग उत्तर भारत के अन्य शहरों में सक्रिय है।
ये है तरीका - ए - वारदात
ग्वालियर में मॉर्निग वाक् पर निकले 58 वर्षीय बुजुर्ग नरेंद्र जैन जब बिरला नगर पुल पर पहुंचे तो वहां एक व्यक्ति सायकिल से आया और उनसे बोला कि वह बीस रुपये के डेढ़ सौ रुपये कर देगा। उसने बीस रुपये हाथ पर रखे और कुछ बुदबुदाया तो बीस के डेढ़ सौ हो गए। इस बीच वहां अचानक एक अन्य युवक आकर रुक गया और उसने चमत्कृत होकर कहा - उसके भी बीस के पचास करके दिखाओ ? उसने कर दिए तो एक अन्य व्यक्ति ने आकर डेढ़ सौ रूपये दिए तो उसने पंद्रह हजार करके दिखा दिए। इस बीच एक अन्य युवक आ गया और बोला - रूपये दुगने नहीं पंद्रह गुने हो रहे है ,आप भी करवा लो। नरेंद्र बोले मेरे पास तो सिर्फ बीस रुपये हैं। ठगों ने कहा कि आप सोने की अंगूठी दे दो और वे झांसे में आ गए और अंगूठी उतारकर थमा दी। जैसे ही ठगों को अंगूठी मिली उन्होंने नरेंद्र को एक पुड़िया दी। उसकी खुशबू से नरेंद्र सुध-बुध खो बैठे। जब तक वे होश में आये तब तक तीनो ठग वहां से रफू चक्कर हो चुके थे।
ऐसे फंसे पुलिस के जाल में
होश में आने के बाद नरेंद्र सीधे हजीरा थाना पहुंचे। थाना प्रभारी मनीष धाकड़ के अनुसार शिकायत मिलते ही उन्होंने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो एक फुटेज में वारदात होते दिखी। हजीरा पुलिस ने तत्काल इसकी जानकारी मुरार थाना पुलिस के साथ भी शेयर की क्योंकि ऐसी ही एक वारदात वहां भी हुई थी। फुटेज के आधार पर पुलिस ने ऑटो का नंबर ट्रेस किया जिसके आधार पर एक मुख्य आरोपी मिल गया । आरोपी से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर तत्काल बाकी सभी आरोपी भी दबोच लिए गए। इनसे ठगी गयीं पांच अंगूठियां ,दो चेन,50 हजार रूपये नकद ,बरामद किये गए।
हरियाणा का है यह गिरोह
एडिशनल एसपी क्राइम राजेश दंडोतिया का कहना है कि यह गेंग हरियाणा के फरीदाबाद से संचालित होता है और देशभर में पर्ची खोलकर इनाम देने के नाम पर ठगी करता है। पकडे गए ठग पड़ाव स्थित एक होटल से दबोचे गए। इनके नाम मनोज जोशी,पवन गोस्वामी,और हाकिम गोस्वामी निवासी फ़रीदावाद ,मोहन गोस्वामी ,महेंद्र गोस्वामी,कारण गोस्वामी और प्रदीप शर्मा निवासी आगरा बताए गए हैं। ये बीस दिन पहले ग्वालियर आये थे और पड़ाव स्थित एक होटल में आकर रुक गए। बदमाशों ने बताया कि उनका एक साथी किराए से सायकिल लेकर चलता है। उसके पीछे पहले दो और बाद में चार साथी बारी - बारी से पहुँचते है और शिकार को वशीभूत करके उसे ठगते हैं और फिर वहां से अलग -अलग दिशा में भाग निकलते हैं।