भोपाल. यहां से पकड़ाए 4 जमात-ए-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) के आतंकियों की जांच जिम्मा नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) ने अपने हाथ में ले ली है। NIA की टीम के एक-दो दिन में भोपाल पहुंचने की संभावना है। मध्य प्रदेश एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) JMB के आतंकियों को सारे दस्तावेज NIA को सौंपेगी। अब एमपी ATS, NIA का सहयोग करेगी।
पूछताछ के दौरान ये खुलासा हुआ
जानकारी के मुताबिक, ATS से पूछताछ में पता चला कि JMB के आतंकी जन्नत और हूरों के लालच में आतंकी संगठन से जुड़े थे। उनका मानना था कि गिरफ्तारी के बाद उन्हें जन्नत नहीं मिलेगी। वह इस अटूट विश्वास के साथ जेहादी मुहिम में शामिल हुए कि इस लड़ाई में मौत के बाद वे 'शहीद' माने जाएंगे। जन्नत में उन्हें तोहफे में 72 हूरें मिलेंगी। 12-13 मार्च की रात ATS ने भोपाल के ऐशबाग से पकड़े थे जमात-ए-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (JMB) के 4 आतंकी पकड़ाए थे।
आतंकी युवाओं को भड़काते थे कि भारत में मुस्लिमों के साथ अन्याय हो रहा है। मिशन के साथ उनके जुड़ने से भारत में फिर से खलीफा राज कायम करने में जल्द सफलता मिल जाएगी। पकड़े जाने के बाद अब उन्हें लगा कि उनका जेहादी सपना चकनाचूर हो गया है। अब जेल में जिंदगी कटेगी। साथ ही अपनी सरजमीं में अब उनके कदम नहीं पड़ेंगे।
आतंकियों का मददगार पकड़ाया
वहीं, बांग्लादेशी आतंकियों के एक मददगार को भी ATS ने धर दबोचा। इस मददगार का नाम अब्दुल करीम है। अब्दुल आतंकियों से सारंगपुर मदरसे में मिला था। जानकारी के मुताबिक, अब्दुल करीम की मदद से जमात-ए-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) के आतंकी स्लीपर सेल बना रहे थे। यही नहीं, अब्दुल आतंकियों को मध्य प्रदेश में नेटवर्क फैलाने में मदद कर रहा था। वह आतंकियों के भोपाल में रहने-खाने और लोगों से मिलने में सहायता कर रहा था।
ये आतंकी पकड़े गए
- फजहर अली (32) उर्फ महमूद।