हमीदिया कैंपस के कमला नेहरू अस्पताल (Kamla Nehru Hospital) में आगजनी (Fire Incidents) की भयावह घटना के बाद अन्य अस्पतालों-बिल्डिंगों में आग से बचाव के नाकाफी उपायों की पोल खुल गई है। मामले में खुलासा हुआ है कि जिस बिल्डिंग में आग लगी उसने भी करीब 15 साल से अनापत्ति प्रमाण पत्र (No Objection Certificate- NOC) नहीं लिया था,
मरीजों की सुरक्षा भगवान भरोसे
कमला नेहरू अस्पताल की घटना के बाद अब जिम्मेदारों की नींद खुली है। बिल्डिंगों में फायर ऑडिट कराने का दावा किया जा रहा है। नगर निगम के कर्मचारी, अफसर 6 महीने पहले ही अस्पताल, नर्सिंग होम और अन्य संस्थाओं का निरीक्षण चुके हैं। कागजों में आग बुझाने के उपकरण हैं, पर जमीनी हकीकत कुछ और है। आंकडे़ बताते हैं कि अब तक 410 संस्थानों को फायर NOC जारी की गई है। इनमें 150 हॉस्पिटल और नर्सिंग होम शामिल हैं। इसमें से करीब 80 अस्पताल, नर्सिंग होम व अन्य बिल्डिंगें हैं, जो बिना NOC के ही चल रही हैं।
आग के बाद जागे जिम्मेदार
हमीदिया हादसे के बाद एक बार फिर से नगर निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी ने विधानसभा वार फायर स्टेशन प्रभारी और फायर कंसल्टेंट टीम को हॉस्पिटल और नर्सिंग होम समेत अन्य बिल्डिंगों का दौरा करने को कहा है।