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JABALPUR. जबलपुर के न्यू लाइफ हॉस्पिटल (New Life Hospital) में हुए अग्निकांड (fire accident) को लेकर पुलिस एक्शन में है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) कार्यालय ने 3 अगस्त की रात को कार्रवाई करते हुए फायर एनओसी और अन्य मापदंडों को पूरा नहीं करने वाले शहर के 12 प्राइवेट अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन निरस्त (registration canceled) कर दिया है । वहीं इस हादसे को लेकर पुलिस ने चार आरोपी डॉक्टरों में से एक को गिरफ्तार किया है।
इन अस्पतालों के हुए रजिस्ट्रेशन रद्द
इन निजी अस्पतालों में जगदीश चिल्ड्रल हॉस्पिटल, जीवन ज्योति हॉस्पिटल (डॉ. ए.के.जैन), डॉ. कावेरी शॉ विजया वूमेन क्लीनिक एण्ड हॉस्पिटल, प्राची नर्सिंग होम, कुमार हॉस्पिटल (डॉ. कपिल कुमार ), स्टार हॉस्पिटल, निर्मल हॉस्पिटल, शाफिया हॉस्पिटल, अभिनंदन हॉस्पिटल, आदर्श हॉस्पिटल, कामाख्या हॉस्पिटल और सरकार हॉस्पिटल शामिल हैं।
पुलिस की कार्रवाई जारी
जबलपुर के न्यू लाइफ मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में भीषण आग लगी थी। इस हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई थी। हादसे के लिए चार डॉक्टरों सहित अन्य लोगों को आरोपी माना गया था। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि डॉ संतोष सोनी को उमरिया जिले से गिरफ्तार किया गया है और उसकी न्यू लाइफ मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में 25 फीसदी की हिस्सेदारी है। उन्होंने कहा कि पुलिस अस्पताल के अन्य मालिकों की तलाश कर रही है। अस्पताल ने पिछले साल मार्च में अस्थायी अग्नि अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) ली थी और इसकी वैधता इस साल मार्च में समाप्त हो गई थी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में अस्थायी अग्नि एनओसी में स्वीकृत अग्नि योजना के तहत पर्याप्त अग्निशामक यंत्र नहीं थे। अस्पताल से आपात स्थिति में निकलने के लिए मार्ग नहीं था और विद्युत सुरक्षा ऑडिट नहीं किया गया था।