JABALPUR, राजीव उपाध्याय. शहर के ज्यादातर प्राइवेट अस्पतालों के पास फायर एनओसी और पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड का प्रमाण पत्र नहीं है। सीएमएचओ कार्यालय ने जब इसकी जांच की, तब इस बात का खुलासा हुआ है। इसके बाद सीएमएचओ ने इस तरह के 55 अस्पतालों को नोटिस भेजा है।
ये कमियां मिलीं
अस्पतालों में स्थाई फायर एनओसी नहीं मिला है। ये अस्पताल बिना फायर एनओसी के ही संचालित हो रहे हैं। साथ ही मध्य प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड का सर्टिफिकेट भी इनके पास नहीं मिला। दरअसल, भवन का निर्माण पूरा होने पर नगर निगम यह प्रमाण पत्र जारी करता है। 20 से ज्यादा अस्पतालों के पास यह प्रमाण पत्र नही मिला। जांच में पाया गया कि 30 से ज्यादा अस्पतालों के पास फायर एनओसी नहीं था। पंजीयन करते वक्त अस्पतालों ने नियमानुसार पूरे दस्तावेज जमा नहीं किए।
सीएमएचओ ने दी चेतावनी
सीएमएचओ डॉ. रत्नेश कुरारिया का कहना है कि जिन अस्पताल संचालकों ने दस्तावेज जमा नहीं किए हैं, उन्हें चेतावनी दी गई है कि वे 30 दिन के अंदर सभी जरूरी दस्तावेज जमा करें। वरना उनके अस्पतालों का पंजीयन रद्द कर दिया जाएगा।