Jabalpur. जबलपुर के विजय नगर थाना इलाके में निजी अस्पताल में हुए भीषण अग्निकांड की एफएसएल रिपोर्ट फॉरेंसिक लैब ने पुलिस को सौंप दी है। रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर रखे जनरेटर और मेन विद्युत लाइन के बीच शॉर्ट सर्किट होने से आग भड़की थी। रिपोर्ट को पुलिस ने केस डायरी में शामिल कर लिया है।
अस्पताल में हुए भीषण अग्निकांड में 8 लोग काल के गाल में समा गए थे वहीं 5 लोग घायल हुए थे। घटना के बाद इसके कारणों का पता लगाने गठित एफएसएल टीम ने जांच के दौरान आग से जले हुए तार और अन्य साक्ष्य इकट्ठा किए थे। जिनकी बारीकी से जांच में यह खुलासा हुआ कि आग लगने की मेन वजह जनरेटर और मेन लाइन के बीच शॉर्ट सर्किट था। जिसके बाद आग पूरे अस्पताल में भड़क गई थी। एफएसएल की टीम ने 10 दिन में अपनी रिपोर्ट तैयार कर पुलिस को सौंपी है।
वहीं दूसरी तरफ मामले में मृत व्यक्तियों की विस्तृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी पुलिस को मिल गई है। जिन्हें जांच डायरी में शामिल कर लिया गया है। पीएम रिपोर्ट में यह उल्लेख किया गया है कि आग लगने से अस्पताल में धुआं भर गया था जिसमें दम घुटने और झुलसने की वजह से 8 लोगों की मौत हुई थी।
डीएसपी तुषार सिंह ने बताया है कि अस्पताल अग्निकांड मामले में फॉरेंसिक साइंस लैब द्वारा जांच रिपोर्ट सौंप दी गई है। जिसमें आग लगने के कारणों का संपूर्ण विश्लेषण साक्ष्यों के आधार पर किया गया है।
आग पर काबू पाने का था पर्याप्त वक्त
दरअसल अग्निशामकों के न होने की वजह से अस्पताल में इतनी भीषण आग लगी थी। यदि अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में फोम टेंडर होते तो शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग को फैलने से तत्काल रोका जा सकता था। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो आग लगने के बाद पानी के जरिए आग बुझाने की कोशिश की गई लेकिन करंट फैलने के चलते खतरा और बढ़ गया था।