आमीन हुसैन, Ratlam. रतलाम जिले में मुंबई दिल्ली एटलेन प्रोजेक्ट के साथ शिवगढ़ रावटी जैसे आदिवासी क्षेत्रों में प्रस्तावित औद्योगिक निवेश क्षेत्र का आदिवासियों ने विरोध तेज कर दिया है। आदिवासी क्षेत्रों में बन रहे औद्योगिक क्षे़त्रों पर नाराजगी जताते हुए रमलाम के पोलोग्राउंड में जय युवा संगठन जयस के बैनर तले जमा हुए आदिवासियों ने शासन-प्रशासन को आड़े हाथों लिया। कलेक्टर को देशद्रोही बोलने से नहीं चूके तो विधायक को भी आड़े हाथों लिया।
प्रदर्शनकारी आदिवासियों ने कहाकि हमारे क्षेत्रों हमसे पूछे बिना एक इंच का उपयोग भी नहीं किया जाएगा। यह सीधे तौर पर आदिवासी क्षेत्रों में घुसपैठ और उनकी संस्कृति को छिन्न-बिन्न करने की साजिश है। प्रदर्शनकारी कलेक्टर को ही ज्ञापन देने की मांग पर अड़ गए। करीब साढ़े तीन घण्टे के बाद कलेक्टर ने प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर ज्ञापन लिया और चले गए। कलेक्टर द्वारा ज्ञापन पर कोई संतोषजनक जवाब नही देने से आदिवासियों में आक्रोश बढ़ गया। जयस द्वारा पूर्व घोषित विरोध प्रदर्शन के मुताबिक सोमवार को आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में आदिवासी युवक रतलाम में जुटे। आदिवासी युवक अलग अलग रैलियां बनाकर पंहुचे और बाद में शहर के प्रमुख मार्गों से रैली निकालकर प्रदर्शनकारी पोलोग्राउंड पंहुचे। जयस नेताओं ने निवेश क्षेत्र बनाए जाने का जमकर विरोध किया और इस योजना को निरस्त करने की मांग की।आदिवासी नेताओं ने शासन प्रशासन को साफ चेतावनी दी है कि आदिवासी क्षेत्र के जल, जंगल और जमीन का मालिक सिर्फ आदिवासी है। बिना उसकी इच्छा के शासन-प्रशासन एक इंच जमीन नहीं ले सकता। हालांकि निवेश क्षेत्र पूरी तरह से शासकीय बंजर भूमि पर बनाया जाना है, लेकिन इसके बाद भी जयस द्वारा इसका जमकर विरोध किया जा रहा है।
अभी तो ट्रेलर है, पिक्चर बाकी है
आदिवासी नेताओ ने प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी और शहर विधायक चेतन्य काश्यप पर जमकर निशाना साधाते हुए निवेश क्षेत्र को निरस्त किए जाने की मांग की। आदिवासी नेताओं ने कहाकि यह तो अभी ट्रेलर है, पिक्चर बाकी है। ज्ञापन देने के लिए प्रदर्शनकारी कलेक्टर को बुलाने पर अड़े हुए थे। लगभग साढ़े तीन घंटे के प्रदर्शन के बाद कलेक्टर मौके पर पहुंचे। कलेक्टर ने ज्ञापन लेकर कार्यवाही के लिए आगे पहुंचाने की बात कही और चले गए। इससे मौजूद आदिवासियों में आक्रोश छा गया। आदिवासी प्रदर्शन स्थल से जाने को तैयार नहीं हुए। आदिवासियों की मांग है कि कलेक्टर यहां स्पष्ट जवाब दें कि जमीन अधिग्रहित नही की जाएगी। जयस के प्रदर्शन को देखते हुए शहर में भारी पुलिस बन्दोबस्त किया गयाै प्रशासन ने विरोध प्रदर्शन के पहले ही शहर में धारा 144 लागू कर दी थी। पूरे पोलोग्राउंड और आसपास के इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।