Bhopal. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (Congress State President Kamal Nath) के निवास पर चल रही बैठक से बाहर निकले वरिष्ठ नेता सज्ज्न सिंह वर्मा (Sajjan Singh Verma) का ये बयान साफ बता रहा है कि अंदर का पारा कितना गर्म है। 11 महापौर उम्मीदवारों (Candidate) के नाम में तो कोई झंझट नहीं रही लेकिन 5 महापौर (Mayor) पद के उम्मीदवारों पर पेंच अड़ गया। कोई सर्वे में पीछे है तो किसी पर जिताउ उम्मीदवार को लेकर शंका है। सज्जन सिंह वर्मा ने तंज कसते हुए कहा कि मेयर के लिए सर्वे विदेशी कंपनी से कराया जाएगा। विवाद आरिफ अकील (Arif Aqueel) को मंच पर बैठाने को लेकर भी हुआ। विधायक आरिफ मसूद (MLA Arif Masood) ने कमलनाथ से कहा कि अल्पसंख्यक होने के नाते आरिफ अकील को मंच पर बैठाया जाए। कमलनाथ ने मसूद को फटकार लगाते हुए कहा कि वे आरिफ अकील से बात कर लेंगे। बैठक में कमलनाथ ने नेताओं से एक फॉर्म भी भरवाया। इस फॉर्म में साफ लिखा था कि जो किसी भी उम्मीदवार की सिफारिश करेगा वो उसे जिताने की गारंटी भी लेगा। इससे पहले दावेदारों से ये फॉर्म भी भरवाए गए कि यदि उनको टिकट नहीं मिला तो वे निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ेंगे। कांग्रेस भी प्रत्याशी घोषणा में आज-कल कर रही है। ज्यादा मारामारी मचने के बाद कमलनाथ को दो टूक कहना पड़ा कि दावेदारी तो सभी करते हैं। टिकट एक को ही मिलेगा। हमें संगठन की रक्षा करनी है, किसी व्यक्ति की नहीं। कमलनाथ ने ये भी कहा कि जो अपना वार्ड नहीं जिता पाए वे जिताउ उम्मीदवार तय कर रहे हैं।
बीजेपी का विजय संकल्प
कांग्रेस (Congress) ने भले ही दर्जन भर उम्मीदवार तय कर लिए हों लेकिन बीजेपी (BJP) अभी उम्मीदवार के नामों पर चर्चा भी नहीं कर पाई है। गुरुवार को होने वाली प्रदेश चुनाव समिति की बैठक टल गई जो शनिवार को होगी। बीजेपी में प्रबंध समिति की बैठक में नगरीय निकाय (urban body) के उम्मीदवारों पर चर्चा की गई। भोपाल में BJP की महिला नेत्रियों पर घमासान चल रहा है। बीजेपी में महापौर के लिए मालती राय, राजो मालवीय और विधायक कृष्णा गौर के नाम पर चर्चा है। सूत्रों की मानें तो पार्टी कांग्रेस की विभा पटेल की उम्मीदवारी के बाद राजो मालवीय और मालती राय के नाम पर जीत को लेकर आशंकित है। बीजेपी में अब कृष्णा गौर का नाम सबसे आगे हो गया है। कृष्णा गौर आगे आकर महापौर का टिकट लेने से इनकार कर रही हैं। दरअसल, वे गोविंदपुरा की सुरक्षित सीट से विधायक हैं। यदि वे महापौर के लिए आगे आती हैं तो विधानसभा चुनाव में गोविंदपुरा को छोड़ना पड़ेगा। इसी सीट पर उनके ससुर व पूर्व सीएम बाबूलाल गौर लंबे समय से विधायक रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उम्मीदवार कमल का फूल है,कहीं कोई परेशानी नहीं है। वहीं पार्टी नेता शुक्रवार को एक—एक बूथ पर जाकर बैठक लेने वाले हैं। मुख्यमंत्री भी एक बूथ पर जाएंगे और कार्यकर्ताओं को विजय संकल्प दिलाएंगे। बीजेपी इस बात का ध्यान भी रख रही है कि उसके अधिकृत उम्मीदवार के सामने कोई बागी खड़ा न हो। बैठक में इस बात की जिम्मेदारी भी नेताओं को सौंपी गई है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि पार्टी समन्वय के साथ उम्मीदवार तय करेगी।
कांग्रेस ने इन उम्मीदवारों को दी हरी झंडी
- इंदौर से संजय शुक्ला