प्रदेश में जब तक शहर की सरकार नहीं बन जाती...तब तक कांग्रेस और बीजेपी दोनों चैन से नहीं बैठेंगे..... यूं समझिए कि कमलनाथ और शिवराज सिंह चौहान दोनों सुकून की सांस भी नहीं ले सकेंगे.... क्योंकि ये चुनाव सिर्फ 16 नगर निगमों पर अपना कब्जा जमाने की जंग नहीं है बल्कि, दोनों दिग्गजों के लिए ये टीम इंडिया के सेमी फाइनल मैच की तरह है... शहरी सरकार के चुनाव पर भोपाल से लेकर दिल्ली तक तमाम नजरें टिकी हुई हैं....आखिर फाइनल मैच से पहले सेमीफाइनल कौन जीतता है, यह तो वक्त ही बताएगा... खैर, मुकाबला तो दिलचस्प होगा...... फर्क सिर्फ इतना है कि जीते कोई भी...... और हार चाहें किसी की भी हो...... फाइनल का मैच भी इन्हीं दोनों टीमों को लड़ना है... दोनों टीमों में एक फर्क और है..... टीम बीजेपी के पास मजबूत संगठन का साथ है...... लेकिन टीम कांग्रेस के पास ऐसा कोई बैकअप नहीं है...... हालांकि कांग्रेस टीम के कप्तान कमलनाथ ने इस खेल में फतह पाने के लिए एक नई रणनीति तैयार की है.....जो बीजेपी को 'बीजेपी' के तरीके से ही मात देगी....