कमलनाथ ने दूर किया जबलपुर के विधायकों का मनमुटाव, सभी को दिया विधानसभा चुनाव का लक्ष्य

author-image
Rajeev Upadhyay
एडिट
New Update
कमलनाथ ने दूर किया जबलपुर के विधायकों का मनमुटाव, सभी को दिया विधानसभा चुनाव का लक्ष्य

Jabalpur. जबलपुर नगर निगम में एमआईसी के गठन के बाद शुरू हुई संजय यादव की नाराजगी और बाद में विधायक विनय सक्सेना द्वारा उठाए गए सवालों के बाद भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने शहर के चारों विधायकों से बातचीत की। इस बैठक के बाद विधायकों ने मीडिया के सामने कहा कि उनके बीच अब किसी प्रकार का भेदभाव नहीं है। उनका लक्ष्य अब आगामी विधानसभा चुनाव है, जिसके लिए वे जी-जान लगाकर मेहनत करेंगे। 



बैठक के बाद कमलनाथ के बंगले से तरूण भनोत और संजय यादव एक कार में ही बैठकर साथ निकले। पूर्व वित्तमंत्री तरूण भनोट ने कहा कि हम सभी कांग्रेस विधायकों के बीच विवाद जैसी कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक बड़ा परिवार है और बड़े परिवार में छोटी-मोटी खटपट होती है, लेकिन इसे मतभेद या विवाद के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि वे और संजय यादव एनएसयूआई के समय से साथी हैं। बरगी विधायक संजय यादव ने कहा कि जिले के सभी कांग्रेस विधायक एकजुट हैं। संजय यादव का कहना है कि कांग्रेस हमारा परिवार है। कमल नाथ हमारे गार्जियन हैं। वे हमारे पिता तुल्य हैं। परिवार में जब चार  भाई होते हैं तो कुछ न कुछ मतभेद होता है उसे परिवार में ही चर्चा करके हल करते हैं। हमने अपनी बात रखी। हम सब एक हैं। कमल नाथ ने कहा कि विधान सभा की तैयारी में सभी जुट जाओ।



MIC के गठन से उभरा था मनमुटाव 



बैठक में पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया और विधायक विनय सक्सेना भी मौजूद रहे। इस दौरान सभी विधायकों ने जबलपुर की आठों विधानसभा सीट जीतने का प्रयास करने की बात कही। जिले के चारों विधायकों के बीच एमआईसी गठन के बाद विवाद की खबरें सामने आई थीं। संजय यादव और विनय सक्सेना ने बकायदा मीडिया में बयान देकर महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू की आलोचना की थी। एमआईसी गठन में इन दोनों ही विधायकों ने भेदभाव का आरोप लगाया था। इस बैठक के बाद कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि शायद एमआईसी में थोड़ा बहुत परिवर्तन देखने को मिल सकता है। 


कमलनाथ CONGRESS कांग्रेस Jabalpur News kamalnath Jabalpur जबलपुर Sanjay Yadav Tarun Bhanot Congress MLAs MIC के गठन से उभरा था मनमुटाव