भोपाल. MP के पूर्व सीएम कमलनाथ ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में सरकार पर जमकर हमला बोला है। कमलनाथ ने कहा कि कोरोना के बाद से बड़ी महंगाई के कारण गरीब वर्ग के लोग भिखारी बन रहे हैं। बेरोजगारी से युवा वर्ग हताश है और सरकार विधायक खरीदने में जुटी है। उन्होंने पेगासस जासूसी कांड को प्राइवेसी पर इतिहास का सबसे बड़ा हमला बताया।
बोले- हमारी इकोनॉमिक एक्टिविटी घट रही
कमलनाथ ने कहा कि पेट्रोल- डीजल 100 के पार पहुंच गया है। सरकार क्रूड ऑयल का बहाना बना रही है । जबकि आज की स्थिति में कच्चे तेल के दाम 45 डॉलर प्रति बैरेल bereal है। उन्होंने कहा कि दालों की कीमत बहुत बढ़ गई है, तेल, दूध भी महंगा हो गया है। खाद-बीज के लिए किसान परेशान है। उन्होंने कहा कि आज सबसे बड़ी चुनौती बेरोजगारी है। नई पीढ़ी को व्यवसाय का मौका मिलना चाहिए।
सीएम विधानसभा में एफिडेविट दे- कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा कि CM शिवराज सिंह चौहान को मोदी जी के बचाव में मजबूरी में उतरना पड़ता है। उन्होंने कहा कि शिवराज जी मोदी से पूछकर विधानसभा में एफिडेविट दे दे की कोई जासूसी नहीं हुई। उन्होंन कहा कि हो सकता है, शिवराज का फोन टेप किया गया हो।
BJP के शासन में प्राइवेसी को खतरा- कमलनाथ
उन्होंने पेगासस जासूसी कांड, प्राइवेसी पर इतिहास का सबसे बड़ा हमला बताया है। कमलनाथ ने कहा कि भारत ने सॉफ्टवेयर के साथ लाइसेंस भी खरीदे।
उपचुनाव पर कांग्रेस की रणनीति
कमलनाथ ने कहा कि अरूण यादव ने मुझसे कभी नहीं कहा, वो खंडवा लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़ना चाहते हैं। चुनाव में जातिगत समीकरण भी बैठाना पड़ता है। उन्होंने कहा आगे की रणनीति के लिए 29 जुलाई को पार्टी की बैठक करूंगा। उपचुनाव के लिए सभी उम्मीदवारों का फैसला सर्वे रिपोर्ट और क्षेत्रीय नेताओं, कार्यकर्ताओं के फीडबैक के आधार पर ही लिया जाएगा।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का कमलनाथ पर पलटवार
प्रेस कान्फ्रेंस में बीजेपी पर लगाए कमलनाथ के आरोपों पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है। गृहमंत्री ने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि जिस तरह उन्होंने पेगासस जासूसी कांड के सॉफ्टवेयर की खूबियों का वर्णन किया है। वैसा सिर्फ दो ही लोग बता सकते हैं। एक तो कंपनी का सेल्सपर्सन और दूसरा वह जिसने खुद इसका उपयोग किया हो। उन्होंने कहा कि इस दावे के बाद उन्हें यह भी बता देना चाहिए कि कांग्रेस सत्ता में रहते हुए जासूसी के लिए इस तरह के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करा चुकी है। अन्यथा वे इस मुद्दे पर अनावश्यक भ्रम फैलाना छोड़ें।