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भोपाल. मध्यप्रदेश में अघोषित बिजली कटौती के कारण हाहाकार मचा हुआ है। इस पर कमलनाथ ने बुधवार को सरकार पर निशाना साधा है। कमलनाथ (kamalnath) ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सरकार पहले तो बिजली संकट पर झूठ परोस रही थी। सीएम शिवराज (cm shivraj) बांधों में पानी नहीं होने का बहाना बना रहे थे। अब जब ग्रामीण क्षेत्रों में कई दिनों, घंटों से बिजली गायब है। किसान और जनता परेशान हो रहे हैं तो नींद से जागकर कह रहे हैं कि कोयले का इंतजाम कर रहे हैं।
कोयले का बकाया नहीं चुकाया- कमलनाथ
कमलनाथ ने सरकार के बिजली संकट को खत्म करने के दावे पर लिखा कि सीएम ने कहा है कि बकाया राशि का भुगतान कर रहे हैं, हर संभव उपाय करेंगे, वैकल्पिक बिजली की व्यवस्था कर रहे हैं ? जबकि यह सब तो पहले ही हो जाना चाहिये था ?
पहले तो मध्यप्रदेश में बिजली संकट ,कोयले की कमी और अघोषित विद्युत कटौती से ही जिम्मेदार इनकार करते रहे और अब कई दिनो बाद शिवराज सरकार नींद से जागी और अब ख़ुद शिवराज जी स्वीकार रहे है कि प्रदेश में बिजली का संकट है ,पर्याप्त आपूर्ति नही है ,कोयले का भी संकट है,
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 1, 2021
बांधों में पानी नहीं है- सीएम
इससे पहले सीएम शिवराज ने कहा था कि प्रदेश में बिजली संकट है। मध्य, मालवा और विंध्य इलाके में बारिश कम होने के कारण बांध खाली पड़े हैं। नर्मदा नदी (Narmada river) में पानी नहीं है। इसलिए पानी से बिजली बनना बंद हो गयी है। मैं परेशान था. ये बड़ी समस्या है।
ऊर्जा मंत्री का दावा- सब ठीक है
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (pradhuman tomar) का दावा है कि प्रदेश में बिजली आपूर्ति सामान्य हो गई है। बीते तीन-चार दिन में बिजली की मांग और आपूर्ति में बड़ा अंतर होने के कारण बिजली व्यवस्था गड़बड़ाई थी। लेकिन अब इसमें सुधार है। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने मंगलवार को बिजली संकट (power crisis) को विपक्ष की साजिश करार दिया था।