पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ग्वालियर-चंबल संभाग के बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर हैं। शनिवार को उन्होंने हेलिकॉप्टर के जरिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई मुआयना किया। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग बारिश व बाढ़ की पूर्व जानकारी देता है। उस हिसाब से सरकार को सतर्कता बरतना थी? मैं मुख्यमंत्री से कहता हूं कि आज समय दिखावे और ड्रामे का नहीं है, मुख्यमंत्री बाढ़ प्रबंधन पर, उसकी पूर्व जानकारी पर, उससे निपटने को लेकर सरकार ने क्या तैयारियां की, सारी जानकारी प्रदेश की जनता को बताएं? इन क्षेत्रों में आज हालात बेहद भयावह है। सब कुछ तबाह हो चुका है। तत्काल राहत के आवश्यक कदम उठाने की ज़रूरत है।
सरकार से मांग
इससे पहले उन्होंने कहा था कि ग्वालियर-चंबल के बाढ़ग्रस्त इलाकों में लोगों का खाने-पीने का, गृहस्थी का सामान पूरी तरह से बह चुका है। कई घरों में पिछले कुछ दिन से चूल्हा तक नही जला है। प्रभावित लोग भूखे-प्यासे राशन के लिए दर-दर भटक रहे हैं, इस तरह की तस्वीरें सामने आ रही हैं। उन्होंने कहा कि लोगों के पास रहने के लिए छत तक नहीं बची है, कई इलाक़ों में बिजली व्यवस्था ठप्प हो चुकी है, सड़क सम्पर्क टूट चुका है? मैं सरकार से मांग करता हूं कि इन लोगों के लिए वैकल्पिक रहने के स्थान, राशन, पीने के पानी, दवाइयों समेत सभी आवश्यक जरूरतों की व्यवस्था तत्काल की जाए।