Sagar. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 4 दिन पहले भोपाल में कहा था कि नेता पुत्रों को पार्षद तक का टिकट नहीं दिया जाएगा। परिवारवाद भाजपा में नहीं चलेगा। कार्यकर्ताओं को ही पार्टी टिकट देगी। इसके बाद से नेता पुत्रों और परिजनों के भविष्य पर सवाल उठने लगे थे। हालांकि सागर में नेताओं के परिजनों ने राजनीति में पद पर बने रहने का नया रास्ता ढूंढ लिया है।
भाजपा भले ही पार्टी चिह्न पर लड़े जाने वाले चुनाव में नेताओं के परिजन को टिकट न दे, लेकिन नेताओं के परिजन अब ऐसे चुनाव में अपनी किस्मत आजमाएंगे जो पार्टी के चिह्न पर लड़े ही नहीं जाते। न ही पार्टी के मेंडेट की जरूरत होती है। यही वजह है कि सागर में जिला पंचायत सदस्य बनने के लिए मंत्रियों के भाई, भतीजे, बहुओं से लेकर नाती तक अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी कर रहे हैं। दरअसल, सागर जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट इस बार अनारक्षित है। ऐसे में इनमें से कुछ अध्यक्ष पद की दावेदारी भी कर रहे हैं। इसके लिए भी उन्हें पहले जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतना ही होगा। सबसे ज्यादा दावेदार नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के परिवार से हैं। उसके बाद राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का परिवार है। पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर से लेकर पूर्व विधायक रतनसिंह सिलारपुर के बेटे भी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
नो-ड्यूज बनवाए, फॉर्म खरीद लिए, क्षेत्र में सक्रिय भी होने लगे
पंचायत चुनाव में इस बार प्रत्याशियों से पांच प्रकार के शपथपत्र मांगे जा रहे हैं। उन्हें बिजली बिल, पंचायतों से बकाया के संबंध में नो-ड्यूज सहित शौचालय, आपराधिक रिकॉर्ड और शैक्षणिक योग्यता संबंधी शपथपत्र देना है। यही वजह है कि नामांकन पत्र दाखिल करने में दावेदारों को लंबा समय लग रहा है। मंत्रियों और अन्य नेताओं के परिवार के जो सदस्य चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं फिलहाल उन्होंने नामांकन जमा नहीं किए हैं, लेकिन उससे संबंधित दस्तावेज जरूर तैयार करवा लिए हैं। कुछ ने फॉर्म भी खरीद लिए हैं। जिस क्षेत्र से उन्हें चुनाव लड़ना है, वहां के लोगों के बीच पहुंचकर संपर्क कर रहे हैं। हालांकि क्षेत्र में जीत की संभावित स्थिति के आधार पर ही वे अपना नामांकन दाखिल करेंगे। 6 जून को नामांकन का अंतिम दिन है। अधिकांश दावेदार उसी दिन अपना नामांकन भरेंगे।
नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के परिवार से
- बहू, दिव्या अशोक सिंह निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष हैं।
एक पूर्व विधायक, दूसरे पूर्व विधायक के पुत्र
- हरवंश सिंह राठौर- दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं। एक बार बंडा से विधायक भी रहे। पूर्व मंत्री स्वर्गीय हरनाम सिंह राठौर के पुत्र हैं।