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JABALPUR. किन्नर संत (eunuch saint) महामंडलेश्वर हिमांगी सखी (Mahamandaleshwar Himangi Sakhi) ने ऐलान किया है कि एक अर्द्धनारीश्वर में भी असल अर्द्धनारीश्वर वास करते हैं। उन्होंने जबलपुर के ग्वारीघाट से काशी के ज्ञानवापी (Gyanvapi) में मिले बाबा विश्वनाथ (Baba Vishwanath) का अभिषेक करने के लिए नर्मदा जल (Narmada River) एकत्र किया और काशी (Kashi) के लिए रवाना हुई हैं।
बयान से दे दी खुली चुनौती
महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग के पूजन अर्चन के मामले में कोर्ट के रुख पर निराशा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यदि समय पर कोर्ट कोई फैसला ले लेता तो उन्हें यह सब नहीं करना पड़ता। उन्होंने एक बार फिर कोर्ट और प्रशासन से अपील की कि सनातनियों को एक दिन न सही, एक घंटा या आधा घंटा ही दे दें ताकि वे श्रावण के पवित्र माह में ज्ञानवापी के पुरातन शिवलिंग का अभिषेक और पूजन अर्चन कर सकें।
यूपी सरकार पर भी लगाए उदासीनता के आरोप
हिमांगी सखी ने योगी सरकार के रवैए को भी उदासीन करार दिया है । उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी के बाबा विश्वनाथ का अभिषेक करने के उनके ऐलान को काफी समय बीत चुका है लेकिन योगी सरकार की ओर से अब तक उनसे संपर्क ही नहीं किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि धर्ममयि जनता उनके फैसले से बेहद खुश है और छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक ने उन्हे नर्मदा जल इकट्ठा करने में मदद की और उनके इस कदम पर खुशी जाहिर की है।
रोका गया तो करेंगे खुद का अभिषेक पर अभिषेक होकर रहेगा
महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने चुनौती देते हुए कहा कि ज्ञानवापी के भोलेबाबा इस सावन पवित्र स्नान जरूर करेंगे। इसके लिए उन्हें जेल भी जाना पड़ा तो कोई हर्ज नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि वे भी अर्द्धनारीश्वर का ही रूप हैं यदि वे पवित्र शिवलिंग का अभिषेक ना कर सकीं तो उसी स्थान पर अर्द्धनारीश्वर का रूप धर कर खुद का अभिषेक कर लेंगी।