Ratlam. प्रदेश में संवेदनशील माने जाने वाले रतलाम जिले में अब सावन में परंपरागत रूप से होने वाली पतंगबाजी भी शक के दायरे में आ गई है। खासकर पतंगबाजी में इस्तेमाल होने वाले चाइनीज और नायलोन का मांझा जान पर बन सकता है। इस आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने अगले दो महीने के लिए पतंगबाजी के साथ ही चाइनीज और नायलोन के मांझे के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। खरीदी-बिक्री सहित इसके इस्तेमाल को अब पूरे जिले में आईपीसी की धारा 144 का
उल्लंघन मानते हुए कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर नरेंद्र सिंह कुमार सूर्यवंशी ने रतलाम जिले में चाइनीज और नायलोन के मांझे की बिक्री, खरीदी और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिले के अधिकारियों की बैठक के बाद इसके आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। आज से अगले दो महीने तक मांझे के उपयोग पर धारा 144 लागू रहेगी।
इसलिए लगाना पड़ा प्रतिबंध
- चाइनीज मांझे डोरा के बहुतायत में इस्तेमाल से पशु-पक्षी और आमजनता के साथ बड़े हादसे की आशंका बनी रहती है।
- प्रदेश में पिछले दिनों कई शहरों में सैकड़ों लोग दुर्घटना में घायल हुए हैं, जिसमें दो पहिया वाहन चालकों की संख्या अधिक रहे हैं।
- इन हादसों के मद्देनजर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एनजीटी ने भी चाइनीज डोरे पर प्रतिबंध लगाया है।
- पतंग उड़ाने एवं पतंग कटने के दौरान आम रास्ते, खेल मैदानों के पास पेड़ों व मकानों पर मांझा लटकता रहता है। इससे जख्मी होने के साथ ही जान का जोखिम भी बन जाता है।
- इससे होने वाले विवाद के कारण जन स्वास्थ्य व जानमाल का खतरा आसन्न हो गया है।
- चाइनीज व नायलोन के मांझों के कारण संभावित विवादों के कारण शहर व जिले की शांति भंग होने की आशंका व्याप्त हो रही हैं।
राखी पर पतंगबाजी की है परंपरा
रतलाम शहर व पूरे जिले में रक्षा बंधन पर जमकर पतंगबाजी की जाती है। सावन का महीना शुरू होते ही शहर के हर गांव व मोहल्लों में जमकर पतंगें उड़ाई जाती हैं। काफी पहले से यहां परंपरागत रूप से पतंगबाजी की जाती रही है। पहले सादे धागे से या सूती धागे के बने मांझे का इस्तेमाल किया जाता था। मगर सस्ता होने के कारण पिछले कई सालों से शहरों से लेकर गांव व कस्बों तक चाइनीज व नायलोन के मांझे का प्रचलन बढ़ गया है। बच्चे-बड़े सभी चाइनीज मांझा ही खरीदते हैं। इसी के चलते सावन माह शुरू होने के पहले ही शहर में बड़ी संख्या में पतंगों की दुकानें सज गई हैं। इनमें रंग बिरंगी छोटी-बड़ी पतंगों के साथ ही बड़ी मा़त्रा में चाइनीज मांझा भी दुकानदार खरीद चुके हैं। मगर अब इनके बेचने पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इसलिए संवेदनशील है रतलाम
- जयपुर में आतंकी संगठन सूफा का कनेक्शन रतलाम से मिला था। इस संगठन की नींच रतलाम में ही रखी गई थी।
- सूफा प्रमुख सहित कई सदस्यों को यहां से गिरफ्तार किया गया था। एनआईए ने कई युवकों को गिरफ्तार कर पूछताछ भी की थी।
- हाल ही में उदयपुर की घटना के बाद भी रतलाम को संवेदनशील माना गया था।