भोपाल. मध्य प्रदेश में मई का महीना शुरू होते ही सभी स्कूलों में छुट्टी हो गई है। लेकिन, स्कूल बंद होने के साथ अतिथि शिक्षकों की भी छुट्टी हो गई है। राज्य सरकार ने अतिथि शिक्षकों की सेवा समाप्त के आदेश जारी कर दिए है। जिससे अब अतिथि शिक्षक के सामने रोजगार का संकट आ खड़ा है। स्कूल शिक्षा विभाग में काम कर रहे 46,260 अतिथि शिक्षकों को सेवा मुक्त कर दिया गया है।
संगठन ने जताया विरोध
स्कूल शिक्षा विभाग के सरकारी स्कूल में कार्य कर रहे अतिथि शिक्षकों को 30 अप्रैल के बाद उन्हें सेवा मुक्त कर दिया गया है। जिससे प्रदेश में लगभग 50 हजार अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो गया है। और अब संगठन का कहना है कि अतिथि शिक्षक के बदौलत प्रदेश के हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी का रिजल्ट बेहद संतोषजनक रहा और प्रदेश के मेरिट में भी सरकारी स्कूलों के बच्चों का ही दबदबा रहा। और अब इस महंगाई मे अतिथि शिक्षको को अपने परिवार चलाना संभव नहीं हो पा रहा है। संगठन ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि शिक्षकों को स्कूलों से बाहर ना करते हुए निरंतर सेवा प्रदान करने का मौका दिया जाए। और ऐसा नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
कार्यरत शिक्षकों की संख्या
मध्य प्रदेश अतिथि शिक्षक प्रबंधन प्रणाली के अनुसार 21,071 ऐसे स्कूल है जहां अतिथि शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे थे। जिसमें 4,359 प्राइमरी स्कूल, 2,877 मिडिल स्कूल और 4,007 हाई और हायर सेकेंड्री स्कूल है जिसमें वर्ग- 1, 2 और 3 के 46, 260 कुल अतिथि शिक्षक कार्यरत है। सरकार के आदेश के बाद सभी शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई है।