जबलपुर में रैनबसेरा छोड़ अब कमरे की तलाश में निकला गरीब पिता, रिक्शे वाले को प्रशासन दे रहा मदद

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Rajeev Upadhyay
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जबलपुर में रैनबसेरा छोड़ अब कमरे की तलाश में निकला गरीब पिता, रिक्शे वाले को प्रशासन दे रहा मदद

Jabalpur. सोशल मीडिया में मशहूर होने के बाद अब रिक्शाचालक राजेश मंडल अपने बच्चों के रहने के लिए कमरे की तलाश में जुट गया है। एक दिन पहले प्रशासन की पहल पर रेडक्रास ने रिक्शाचालक राजेश मंडल को न सिर्फ 10 हजार की आर्थिक सहायता मुहैया कराई थी बल्कि बच्चों के लिए कपड़े, खिलौने समेत जरूरत का हर सामान मुहैया करा दिया था। इसके अलावा राजेश के पूरे परिवार को रहने के लिए एल्गिन अस्पताल के रैनबसेरा में जगह भी मुहैया करा दी गई। 



सबेरा होते ही कमरे की तलाश में निकला राजेश



तंगहाली से परेशान राजेश की सुध लेने चाइल्ड वेलफेयर कमेटी लगातार राजेश से संपर्क में है। कमेटी के सदस्य डॉ मनीष व्यास की मानें तो रिक्शाचालक के बच्चों की देखरेख के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आज भी लोग उसका हाल जानने रैनबसेरा पहुंचे लेकिन राजेश मौक पर नहीं मिला। बताया जा रहा है कि आर्थिक मदद मिल जाने के बाद वह बच्चों के साथ रहने के लिए कमरे की तलाश करने का कहकर निकला है। 



पत्नी को भी समझाने का किया जाएगा प्रयास



चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की  सदस्य विनीता शर्मा ने बताया है कि इस प्रकार बच्चों को छोड़कर जाने वाली उनकी मां को भी तलाशा जा रहा है। राजेश मंडल की पत्नी नंदिनी को तलाशकर उसकी काउंसलिंग कराने की कोशिश की जाएगी। समझाइश दी जाएगी कि वह कम से कम दोनों बच्चों की जिम्मेदारी उठाए ताकि उन्हें इस प्रकार दर दर की ठोकरें न खानी पड़े। बता दें कि रिक्शाचालक राजेश मंडल फुटपाथ पर फ्लैक्स से बनाई टपरिया में अपनी सास चिड्ढाबाई की मदद से ही किसी तरह बच्चों का पालन पोषण कर रहा था। ऐसे दयनीय हालात को बताने वाला उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।


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