Dhar. धार जिले के कुक्षी तहसील के अंतर्गत ग्राम बरोदिया में मंगलवार 20 सितंबर को एक बड़ी दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक भूखे तेंदुए की करंट लगने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि एक तेंदुआ भूख के कारण यहां-वहां भटक रहा था एवं अपनी भूख को शांत करने के लिए शिकार की तलाश कर रहा था तभी वह शिकार के लिए एक पेड़ पर चढ़ा जहां से 11 केवी विद्युत लाइन गुजर रही थी। विद्युत तारों के संपर्क में आते ही तेंदुए विद्युत तारों में उलझ गया जिसके कारण तेंदुए की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
वन विभाग नहीं पकड़ पा रहा था
घटना के बाद वन विभाग ने विद्युत सप्लाई बंद कर चीते के शव को ग्रामीणों की मदद से नीचे उतारा। विद्युत तारों में उलझ कर हुई तेंदुए की मौत से पशु प्रेमी एवं ग्रामीणों में वन विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर काफी रोष देखा जा रहा है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि विगत 4 वर्षों से ग्रामीणों के द्वारा वन विभाग को क्षेत्र में तेंदुए होने की सूचना लगातार दी जा रही थी वहीं वन विभाग की टीम द्वारा तेंदुए को पकड़ने के लिए कई बार प्रयास भी किए गए किंतु वन विभाग को सफलता नहीं मिल पाई।
पूर्व में दो शावकों की भी मौत
बता दें कि इस क्षेत्र में पूर्व में हुई एक घटना में पहले ही दो शावकों की मौत हो चुकी है। किंतु फिर भी वन विभाग की टीम की उदासीनता एवं लापरवाही के कारण आज फिर एक तेंदुए को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
पानी बढ़ने से जानवर बाहर आ रहे
ग्रामीणों के अनुसार तेंदुए जिस पेड पर चढ़ा हुआ था, उसके पास से ही 11 केवी की हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी। अचानक तेंदुए नीचे गिरा। जिसके बाद नहीं उठा, ऐसे में संभवत करंट लगने से ही उसकी मौत हुई है। इधर वन विभाग के अधिकारियों की माने तो मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही स्पष्ट होगा। डिप्टी रेंजर के अनुसार करोंदिया गांव से कुछ दिन पहले ही पिंजरा हटाया गया था, डूब क्षेत्र में पानी बढ़ने के बाद जानवर बाहर की ओर आते है। पेड़ पर चढ़ा तेंदुआ अचानक नीचे गिरा, जिससे उसकी मौत हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कारण बताया जा सकता हैं।