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भोपाल. बिहार में रेलवे भर्ती बोर्ड परीक्षा के दौरान जो हिंसा हुई थी, उसमें पटना के खान सर के वीडियो को जिम्मेदार माना गया था। क्योंकि खान सर ने परीक्षार्थियों को परीक्षा परिणाम में हुई कथित गड़बड़ी की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए दी थी और छात्रों को अपने हक के लिए आंदोलन करने की बात की थी। इस वीडियो को प्रशासन ने उकसाने वाला माना और खान सर के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई। अब खान सर की ही तर्ज पर मप्र में शिक्षक पात्रता परीक्षा और पुलिस आरक्षक परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर कोचिंग संचालक वीडियो अपलोड कर रहे हैं। कुछ संचालकों ने वीडियो के जरिए आंदोलन की मुहिम भी छेड़ दी है।
सोशल मीडिया पर आंदोलन की तैयारी
इंदौर की दीप्ति सिंह एकेडमी के दिनेश ठाकुर ने एक दिन पहले सोशल मीडिया पर ये वीडियो अपलोड कर मप्र पात्रता परीक्षा के आंदोलन का ऐलान कर दिया। 4 अप्रैल से आंदोलन जिला स्तर पर शुरू होगा और 9 अप्रैल को भोपाल के नीलम पार्क पर परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
गड़बड़ियों का आरोप
इसके अलावा दिनेश चौहान भी एकेडमी चलाते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां करवाते हैं। जिस दिन से पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ, उस दिन से चौहान सर ने इस बात की मुहिम छेड़ी है कि अनारक्षित कैटेगरी की लड़कियों का सिलेक्शन परीक्षा में नहीं हुआ, जबकि उनके मार्क्स ईडब्लूएस कैटेगरी के अभ्यार्थियों से अच्छे थे। चौहान सर ने शिक्षक पात्रता परीक्षा में कैसे धांधली हुई इसका लाइव वीडियो अपने सोशल मीडिया चैनल पर दिखाया था। यानी परीक्षाओं में हुई इन गड़बड़ियों को लेकर कोचिंग इंस्टीट्यूट मैदान में उतरे हैं। द सूत्र ने चौहान एकेडमी के दिनेश सिंह चौहान से बातचीत की कि आखिरकार क्या उन्हें इस बात का डर नहीं है कि जिस तरीके से खान सर पर मामला दर्ज हुआ, तो उन पर भी दर्ज हो सकता है तो दिनेश चौहान ने कहा कि मैं आंदोलन नहीं भड़का रहा। भड़के तो छात्र हैं, जिनके साथ अन्याय हुआ है। मैं किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार हूं।