योगेश राठौर, INDORE. क्राइम ब्रांच थाने के टीआई धनेंद्र भदौरिया एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। क्राइम ब्रांच एडिशनल कमिश्नर राजेश हिंगणकर ने उन्हें शिकायतों के बाद लाइन अटैच कर दिया है। हिंगणकर ने कहा कि लंबे समय से उनकी शिकायतें मिल रही थी और वे अधिकारियों के लिए भी आपत्तिजनक बातें सार्वजनिक तौर पर बोलते थे। स्टाफ से भी खराब व्यवहार था। इसके चलते लाइन अटैच किया गया है और जांच बैठा दी गई है। जांच अधिकारी एडिशनल सीपी क्राइम गुरुप्रसाद पाराशर करेंगे।
गृह मंत्री के नाम पर जमाते हैं धाक
सूत्रों के मुताबिक धनेंद्र भदौरिया गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के नाम पर इंदौर में अपनी धाक जमाए हुए थे। टीआई भदौरिया उस वक्त भी विवादों में आए थे जब उन्होंने वर्तमान गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के जन्मदिन पर वर्दी में अपनी फोटो के साथ बधाई संदेश वाले विज्ञापन लगवाए थे। मामला सीएम तक पहुंचा उसके बाद ऊपर से इशारा हुआ कि लाइन अटैच कर दिया जाए।
जेल भी जा चुके हैं भदौरिया
मूल रूप से सिपाही से टीआई बने भदौरिया गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के क्षेत्र से ही आते हैं। उन पर पहले भी कई तरह के संगीन आरोप लग चुके हैं। एक मामले में तो वो जेल जा चुके हैं और हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। दतिया में टीआई रहते समय कोर्ट ने उनके ही थाने में उन्हें पेश करने के लिए समन जारी किया था। उन पर इनामी बदमाश को शरण देने और उससे घूस लेने के मामले में भी विभाग ने कार्रवाई की थी। रेत माफियाओं से भी वसूली के आरोप लगे हैं।
इस मामले में गए थे जेल
वकील मनोहर सिंह कौरव ने पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों पर आरोप लगाया था कि टीआई और आरक्षक घर पर रखे रुपए और सोने की अंगूठी ले गए। बाद में उन्होंने कोर्ट में परिवाद लगाया फिर केस दर्ज हुआ और साल 2017 में गिरफ्तारी वारंट जारी हुए। बाद में भदौरिया और दो आरक्षक कोर्ट में पेश हुए। उन्हें जेल भेज दिया गया, बाद में हाईकोर्ट से जमानत हुई। मजे की बात ये है कि जमानत के बाद वे वापस टीआई बन गए। हाल ही में वे इंदौर में पदस्थ हुए थे, जिसके बाद क्राइम ब्रांच में टीआई बनाया गया था।