GWALIOR. लोकायुक्त पुलिस ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और वर्तमान में निवाड़ी कलेक्टर के पद पर पदस्थ अधिकारी तरुण भटनागर और केंद्रीय कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नजदीकी माने जाने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता और विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण साडा के पूर्व अध्यक्ष राकेश जादौन के खिलाफ साडा के मास्टर प्लान में छेड़छाड़ कर एक करोड़ रुपये की राजस्व क्षति पहुंचाने के आरोप में आपराधिक प्राण दर्ज कर लिया है। भटनागर उस समय साडा ग्वालियर में बतौर सीईओ पदस्थ थे।
2020 से चल रही थी जांच
यह प्रकरण आरटीआई एक्टिविस्ट और सामाजिक कार्यकर्ता संकेत साहू की शिकायत पर कायम हुआ है। उन्होंने इसके लिए 23 जनवरी 2020 को इस बाबत एक शिकायती आवेदन दिया था। इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि साडा के अध्यक्ष राकेश जादौन और सीईओ तरुण भटनागर ने अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों से मिलकर अधिकार क्षेत्र से बाहर होने के बावजूद रायरू डिस्टिलरी को 26 .59 हेक्टेयर आवासीय , सार्वजनिक और अर्ध सार्वजनिक भू उपयोग की भूमि पर विस्तार के लिए अनुमति दी एवं शराब फैक्ट्री के मास्टर प्लान भी बदल दिया। इससे शासन को एक करोड़ सात लाख रुपये की हानि हुई।
डिस्टिलरी के मालिक पर भी हुआ केस दर्ज
इस मामले में साहू ने विशेष भ्रष्टाचार उन्मूलन प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश ग्वालियर में एक परिवाद दायर किया था। न्यायालय ने इस मामले में जांच के निर्देश दिए थे। इस पर फरवरी 2020 में प्राथमिक जांच दर्ज की गयी। इस जांच में तथ्य प्रमाणित पाए जाने पर जादौन और भटनागर के अलावा आरएलएस मौर्य नगर निगम,नवल सिंह राजपूत योजना अधिकारी,अहिवरन सिंह चौहान डाटा एंट्री ऑपरेटर ,आदिल वापना और जे के पराते डायरेक्टर ग्वालियर एलकेब्रयू डिस्टलरी के संचालक , मैनेजर पी वी मुरलीधरन आदि को अपराध और अपराध के षड्यंत्र का दोषी मानते हुए आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है।