नेमावर हत्याकांड: प्रेमिका समेत 5 की हत्या से लिया इंस्टाग्राम पोस्ट का बदला

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नेमावर हत्याकांड: प्रेमिका समेत 5 की हत्या से लिया इंस्टाग्राम पोस्ट का बदला

देवास. यहां के नेमावर में हुए जघन्य हत्याकांड (Nemabar massacre) को 6 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है। CBI जांच की सिफारिश के बाद भी परिवार की एकलौती जिंदा सदस्य भारती कास्डे (Bharti kasde) सत्ता से टकरा रही है। वो न्याय की गुहार लगाने पैदल यात्रा (Bharti justice journey) पर निकली है। आप जानकर चौंक जाएगे की सिर्फ एक इंस्टाग्राम पोस्ट का बदला लेने के लिए बॉयफ्रेंड सुरेंद्र सिंह ने अपनी प्रेमिका रूपाली समेत उसके परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर दी। पढ़िए सिलसिलेवार पूरी कहानी...



ऐसी थी दोनों की लव स्टोरी: 21 साल की आदिवासी लड़की रूपाली का परिवार नेमावर में रहता था। गांव के ही 25 वर्षीय सुरेंद्र सिंह से रूपाली की दोस्ती हुई। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी तो दोस्ती प्यार (Surendra singh and rupali love story) में बदल गई। इसके बाद भारती एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करने के लिए हरदा (Rupali harda job) चली गई। यहां उसके रूम पर सुरेंद्र का आना-जाना था। जब कोई पूछता कि सुरेंद्र कौन है? तो रूपाली उसे अपना पति बताती थीं। 




रूपाली और सुरेंद्र।

रूपाली और सुरेंद्र।




मां को भी पता था: रूपाली की मां जब हरदा गई तो उन्हें भी दोनों के रिश्ते की भनक लग गई, लेकिन उन्होंने चुप्पी साधी रखी। इसी बीच सुरेंद्र (Nemabar accused surendra) की सगाई सीहोर हो गई। रूपाली इसके खिलाफ थी। उसने इसका विरोध किया और सुरेंद्र पर शादी का दवाब बनाया, लेकिन सुरेंद्र रूपाली से शादी नहीं करना चाहता था। इसी कारण दोनों के बीच विवाद शुरू हुआ। 



एक इस्टाग्राम पोस्ट और हत्याकांड: रूपाली ने सुरेंद्र की मंगतेर का फोटो इंस्टाग्राम पर पोस्ट (nemabar rupali post on instagram) कर दिया था। इस पर कुछ भद्दे कमेंट भी थे। ये बात सोच से पैदल सुरेंद्र को नागवार गुजरीं। उसने इसका बदला रूपाली, उसकी मां ममता, ममेरा भाई पवन, ममेरी बहन पूजा और बहन दिव्या की हत्या करके लिया। सुरेंद्र ने इस हत्याकांड को अपने दो दोस्त, दो नौकर समेत 9 लोगों की मदद से अंजाम दिया। इसके बाद पांचों की हत्या कर आरोपियों ने शवों को खेत में दफ्ना दिया। रूपाली की बहन भारती पीथमपुर में काम करती थी, इस कारण वह बच गई। 



इस तरह हुआ हत्याकांड का खुलासा: 13 मई से परिवार लापता था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। इसके बाद 29 जून को खुदाई करके परिवार के सदस्यों के कंकाल (Nemavar murder case exposed) निकाल गए। आरोपियों ने परिवार को खेत में बने एक 10 फीट गहरे गड्ढे में दफनाया था।



मोबाइल फोन बना मिस्ट्री: सुरेंद्र ने पूछताछ में खुलासा किया था कि किसी को शक ना हो इसके लिए उसने रुपाली को मोबाइल अपने दोस्त राकेश को दे दिया था, जो अलग-अलग लोकेशन पर जाकर रुपाली के मोबाइल (Nemabar mobile mystry) से पोस्ट डालते रहता था। यही नहीं, 27-28 मई को पूजा की मां नीतू के फोन पर राकेश ने मैसेज किया किया......मैनें शादी कर ली है, और जल्द ही पूजा की भी शादी करवा दूंगी। इसके बाद भारती को शक हुआ तो वह नेमावर पहुंची, और शिकायत दर्ज कराई। लेकिन पुलिस ने डेढ़ महीने बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। फिर भारती ने सीएम हेल्पलाइन में मदद की गुहार लगाई। जिसके बाद मामले की पड़ताल शुरू हुई थी। हालांकि, भारती की न्याय यात्रा की घोषणा से पहले मध्यप्रदेश सरकार ने केंद्र से CBI जांच की सिफारिश की थी।


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