INDORE. इंदौर के MGM मेडिकल कॉलेज हुई रैगिंग के केस ने तूल पकड़ लिया है। कुछ जूनियर्स ने बिना नाम के दिल्ली एंटी रैगिंग कमेटी को शिकायत की। इसके बाद आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज ने आपात बैठक की और पुलिस में अज्ञात सीनियर्स छात्रों के खिलाफ एफआईआर करा दी। इस मामले में संयोगितागंज पुलिस ने जब कुछ जूनियरों के बयान लिए तो चौंकाने वाली बातें सामने आईं।
जूनियर्स ने किए चौंकाने वाले खुलासे
जूनियर्स ने बताया कि रैगिंग के नाम पर कई सीनियर्स जूनियर से कहते थे कि वे अपने साथी के साथ अप्राकृतिक कृत्य करें। जहां रैगिंग होती थी वहां उन्हें पैरों में कंडोम पहनकर चलने के लिए कहा जाता था। रैगिंग वाली जगह पर उन्हें व्हाट्सएप पर लोकेशन भेजकर बुलाया जाता था। रैगिंग कॉलेज परिसर, होस्टल में नहीं होकर निजी फ्लैट पर होती थी, जहां सीनियर्स रहते थे।
जूनियर्स से क्या-क्या कराते थे सीनियर्स
- जूनियर को अपने मोजे उलटे करके मोबाइल नंबर लिखने के लिए बोलते थे, इन नंबरों पर मैसेज करके दूसरे जूनियरों को भी रैगिंग के लिए बुलाया जाता था।
जूनियर्स ने पुलिस को दिखाए व्हाट्सएप चैट और मैसेज
कुछ जूनियर छात्रों ने पुलिस को सीनियर्स के भेजे गए व्हाट्सएप मैसेज और चैट दिखाए हैं। इसमें लोकेशन भी है जो फ्लैट पर बुलाने के लिए जूनियर्स को भेजी जाती थी। पुलिस करीब 200 जूनियर छात्रों के बयान लेगी। टीआई तहजीब काजी ने बताया कि सभी की जांच हो रही है, बयान लिए जा रहे हैं, इसके बाद नामजद आरोपी बनाए जाएंगे। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित का कहना है कि पुलिस को पूरी जानकारी दे दी है और एफआईआर करा दी गई है।