Ratlam. बीजेपी के लिए रतलाम महापौर की सीट सबसे सुरक्षित माने जाने वाली सीट शहर विधायक चेतन कश्यप की जिद के चलते उलझ गई है। हालात यह है कि कैडर बेस माने जाने वाली बीजेपी में सबसे ज्यादा असंतोष दिखाई दे रहा है। बीजेपी का हर दूसरा बड़ा पदाधिकारी विधायक चेतन कश्यप से नाराज चल रहा है। दरअसल महापौर प्रत्याशी के लिए सर्वे में सबसे ऊपर नाम पूर्व निगम अध्यक्ष अशोक पोरवाल का आया था। कैलाश विजयवर्गीय ने भी पोरवाल के नाम की पैरवी की थी। पोरवाल को महापौर का टिकट मिलना तय माना जा रहा था इसी बीच चेतन कश्यप ने अपना वीटो पॉवर लगाकर ये मैरिज गार्डन व्यवसायी प्रहलाद पटेल को दिलवा दिया। इसके बाद से बीजेपी नेताओं में जो असंतोष उभरा है अब तक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इधर कांग्रेस प्रत्याशी मयंक जाट के साथ पूरी कांग्रेस एक जुट होकर चुनाव लड़ रही है। पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया है वे स्थानीय नेताओं से वन—टू—वन चर्चा कर उन्हें मनाने का प्रयास कर रहे हैं। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को रतलाम पहुंच रहे हैं। वे वहां पर रोड शो करके प्रहलाद पटेल के पक्ष में महौल बनाएंगे। इतना ही नाराज बीजेपी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से बात करेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के समझाने के बाद बीजेपी नेता प्रहलाद पटेल के लिए जुट कर काम करेंगे।
बगावत को थामने थोकबंद निष्कासन
रतलाम के 15 वार्डों में भाजपा अधिकृत प्रत्याशियों के सामने खड़े भाजपा से बागी प्रत्याशियों व अन्य बागी कार्यकर्ताओं सहित कुल 24 को अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कार्रवाई कर 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इस निष्कासन कार्रवाई में भाजपा से बागी 14 सामान्य व सक्रिय कार्यकर्ता है। वहीं 2 भाजपा के पूर्व पार्षद है तो 8 भाजपा के पदाधिकारी हैं। इनमे भाजपा से निष्कासन में भाजपा के बड़े पदों पर रहे लोगों में शामिल भाजपा महिला मोर्चा जिला उपाध्यक्ष विष्णुकांता पांचाल, जिला कोषाध्यक्ष महिला मोर्चा रत्ना पाल, शामिल है।