भोपाल. मौसमी फ्लू के बढ़ते मरीजों के बीच 3 हजार जूनियर डॉक्टर (JUDA) 8 सितंबर से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। भोपाल के हमीदिया अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों ने ओपीडी (OPD) और इमरजेंसी सेवाएं (Emergency Services) बंद कर दी हैं। मांग है कि सरकार जुलाई में जूडा की हड़ताल में शामिल डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन होल्ड करने के आदेश वापस ले।
डॉक्टर पर्याप्त हैं
वहीं, हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक (Suprintendent) डॉ. लोकेन्द्र दवे ने कहा कि हमारे यहां पर सीनियर रेजिडेंट, विशेषज्ञ समेत पर्याप्त संख्या में डॉक्टर हैं। विभागानुसार व्यवस्था करने के लिए आदेश दिए गए हैं। मरीजों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी।
ये है वजह?
भोपाल जूडा के अध्यक्ष डॉ. हरीश पाठक ने बताया कि जुलाई में जूनियर डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किया था। हाईकोर्ट और चिकित्सा शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद हमने आंदोलन वापस ले लिया था। इसके बाद भी हमारे साथियों को सरकार की तरफ से कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) जारी किए गए थे। जिसका जवाब देने के बाद भी पीजी के बाद होने वाला रजिस्ट्रेशन पर सरकार ने रोक लगा दी। जूडा के पदाधिकारी लगातार चिकित्सा मंत्री से मिलने की रिक्वेस्ट करते रहे। इस मामले को खत्म करने का निवेदन किया। इसके बावजूद सरकार की तरफ से कोई फैसला नहीं लिया गया।