BHOPAL. प्रदेश (Madhya Pradesh) में आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार (Corruption) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पिछले एक साल में लोकायुक्त को 6277 शिकायतें मिली हैं। इनमें चार सौ से ज्यादा के खिलाफ एफआईआर दर्ज ( FIR registered) की गई है। इनमें डेढ़ सौ से ज्यादा क्लास वन अधिकारी (forest officer) शामिल हैं जिनमें आईएएस, आईपीएस,कलेक्टर,निगम कमिश्नर जैसे आला अफसरों का भी नाम है। भ्रष्टाचार निकाय चुनाव में भी बड़ा मुद्दा बना है।
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इन अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
- हिमांशु सिंह — कमिश्नर,नगर निगम, छिंदवाड़ा
कांग्रेस ने बनाया मुद्दा
इन दिनों नगरीय निकाय चुनाव प्रचार उफान है। कांग्रेस ने भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा बना लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपनी हर बैठकों में और सभाओं में इस मुदृे को उठा रहे हैं। कमलनाथ कहते हैं कि प्रदेश में भ्रष्टाचार अब व्यवस्था बन गई है। बिना लिए दिए कोई काम ही नहीं हो रहा है।
विधानसभा सत्र में बनेगा मुद्दा
प्रदेश में छोटे-छोटे कर्मचारियों के यहां लोकायुक्त छापे में मिल रही करोड़ों की संपत्ति भी प्रदेश में फैल रहे भ्रष्टाचार के जाल को दिखा रही है। कांग्रेस इस मुद्दे को विधानसभा के आने वाले शीतकालीन सत्र में उठाएगी। नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह कहते हैं कि बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है।
सीएम का पलटवार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के भ्रष्टाचार बढ़ने के आरोप को खारिज किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भ्रष्टाचार कर रहे हैं वे पकड़ में भी आ रहे हैं। बीजेपी सरकार में ही उनको बेनकाब किया जा रहा है। सरकार छापे भी डलवा रही है बुलडोजर भी चला रही है।