अविनाश नामदेव, विदिशा. मध्य प्रदेश से पकड़ाए बांग्लादेशी आतंकियों के एक मददगार को एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने दबोचा है। इस मददगार का नाम अब्दुल करीम है। अब्दुल आतंकियों से सारंगपुर मदरसे में मिला था। जानकारी के मुताबिक, अब्दुल करीम की मदद से जमात-ए-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) के आतंकी स्लीपर सेल बना रहे थे।
यही नहीं, अब्दुल आतंकियों को मध्य प्रदेश में नेटवर्क फैलाने में मदद कर रहा था। वह आतंकियों के भोपाल में रहने-खाने और लोगों से मिलने में सहायता कर रहा था।
कब गिरफ्तार हुए थे आतंकी: 13 मार्च को MP ATS और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के संयुक्त अभियान में भोपाल से JMB के 4 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। 14 मार्च को ATS ने इन्हें कोर्ट में पेश कर 28 मार्च तक के लिए रिमांड पर ले लिया। ATS की पूछताछ में आतंकियों ने खुलासा किया कि उन्होंने दलाल को 4 हजार रुपए देकर भारत में घुसपैठ की थी। 2021 में कोविड के दौरान लगे लॉकडाउन में भारत में दाखिल हुए। ATS ने इनके पास से बड़ी मात्रा में जिहादी साहित्य और लैपटॉप बरामद किया था।
ब्रेन वॉश किया और बन गए आतंकी: गिरफ्तार आतंकियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे। JMB के आतंकी जन्नत और हूरों के लालच में आतंकी संगठन से जुड़े थे। उनका मानना था कि गिरफ्तारी के बाद अब उन्हें जन्नत नहीं मिलेगी। वह इस अटूट विश्वास के साथ जिहादी मुहिम में शामिल हुए कि इस लड़ाई में मौत के बाद वे 'शहीद' माने जाएंगे। जन्नत में उन्हें तोहफे में 72 हूरें मिलेंगी। पूछताछ के दौरान ATS की टीम को आतंकियों ने JMB में जुड़ने का मकसद बताया।
आतंकी मध्य प्रदेश के युवाओं को जिहादी विचारधारा से प्रभावित करने में जुटे थे। युवाओं को बहकाने के लिए वह देश में हो चुकी मॉब लिंचिंग की घटनाओं के वीडियो दिखाते थे।