रायसेन. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कई हिस्सों में बेमौसम हुई ओलावृष्टि (Hail) से फसल बर्बाद हो गई है। सरकार ने राहत सहायता के आदेश भी दिए हैं। रायसेन (Raisen) के 25 गांवों के किसानों को भी नुकसान हुआ है। इस बीच, 10 जनवरी को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी (Health Minister Dr. Prabhuram Choudhary) ने कई गांवों में जाकर फसलों का जायजा लिया। एक गांव में तो मंत्री रात में पहुंचे, यहां अफसरों ने मोबाइल टॉर्च की रोशनी में उन्हें फसलों को हुआ नुकसान दिखाया। अब मंत्री जी कितना देख पाए, ये तो रिपोर्ट में ही पता चलेगा।
शाम को पहुंचे स्वास्थ मंत्री : स्वास्थ मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी भी रात में प्रभावित गांवों का निरक्षण करने पहुंचे। आपको बता दें कि मंत्री चौधरी इसी क्षेत्र से आते हैं। उन्होंने कई गांवों में पहुंचकर फसलों का निरीक्षण किया। उन्होंने ग्राम बारला में खेतों पर जाकर स्थिति देखी और किसानो से बात कर उन्हे तुरंत सर्वे कराकर मुआवजा देने का भरोसा दिलाया। सर्वे कार्य प्रारंभ कराने के निर्देश दिए, ताकि प्रभावितों को सहायता उपलब्ध कराई जा सके। स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि सर्वे कार्य से कोई भी प्रभावित छूटे नहीं। गांवों में पहुंचे अधिकारियों को किसानों ने फसलों की स्थिति बताई। किसानो ने बताया कि रविवार सुबह चार बजे हुई ओलावृष्टि से सुबह नो बजे तक फसलों पर ओलों की परत जमी रही थी। जिससे फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं।
रबी फसलों को खासा नुकसान : रायसेन के कलेक्टर अरविंद दुबे (Raisen Collector Arvind Dubey), रायसेन क्षेत्र के एसडीएम एलके खरे और कृषि अधिकारी एनपी सुमन सहित कई प्रमुख अधिकारियों ने गांवों का भ्रमण किया। किसानों की फसलों को देखा। आपको बता दें कि गांवों में रविवार सुबह लगभग एक घंटा तक ओलावृष्टि हुई थी। जिससे रबी फसलों को खासा नुकसान हुआ है। कृषि के जानकारों का कहना है कि जल्दी बोवनी की फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। जिन किसानों ने लेट बोवनी की थी, उनकी फसले ओलों की वहज से बिछ जरूर गई हैं। लेकिन दोबारा खड़ी होने की पूरी संभावना है। संबंधित अधिकारियों का कहना है कि कितने हैक्टेयर में नुकसान हुआ, इसका आंकलन सर्वे के बाद हो पाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी प्रदेश में तुरंत सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं। तीन दिन से बारिश-ओले की वजह से रायसेन में फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है।