धार. मध्यप्रदेश (MadhyaPradesh) के धार (Dhar) जिले से परेशान कर देने वाली घटना सामने आई है। कोरोना (Corona) के कहर से बचाने के लिए लगातार लोगों को वैक्सीनेट किया जा रहा है। ऐसे में हर जिले के ग्रामीणों के बीच आंगवाड़ी कार्यकर्ता (Anganwadi workers) टीकाकरण के लिए प्रेरित करती नजर आ रही हैं। लोगों के बीच फैले अंधविश्वास को दूर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। लेकिन इसी बीच धार जिले के ग्राम पंचायत बोरदा (Borda) के मजरे धावड़ियाखों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के साथ आरोपियों ने गाली गलौज व मारपीट (assault) की। पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज (case registered) किया।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से गाली-गलौज
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कैलाशीबाई पति सोहनलाल निवासी धावड़ियाखो ने आरोपी शैतान पिता धूला भील निवासी बीड़पाड़ा व झामू पिता गिरधारी भील निवासी धावड़ियाखो के खिलाफ रिपोर्ट की और बताया कि वह आंगनवाड़ी कार्यकर्ता है और अनुविभागीय अधिकारी के आदेश से गांव में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित करने के लिए सहायिका संजूबाई डामर के साथ घर-घर जा रही थी, तभी दोनों आरोपी मिले। उनसे वैक्सीन लगाने का पूछा तो बोले कि उन्होंने बोला कि 'नहीं लगवाना है और न ही किसी को लगाने देंगे', यह कह कर गाली-गलौज दी।
लाठियों से किया हमला
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि जब वह संजूबाई के साथ केंद्र पर जा रहीं थी कि तभी दोनों रास्ते में मिले और गाली देते हुए उन्हें लकड़ी, लाठियों से मारा, जिससे उन्हें काफी चोटें आईं। सहायिका संजूबाई के साथ भी मारपीट की और रास्ता रोककर शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न की। लोगों ने बीच-बचाव किया तो धमकी दी कि अब कभी वैक्सीन लगाने का बोला तो जान से खत्म कर देंगे। बाद में उसने परियोजना अधिकारी भगतसिंह के साथ थाने पर जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई।