भोपाल. मध्य प्रदेश के बीजेपी (BJP) प्रभारी मुरलीधर राव के दो दिन पहले दिए बयान पर विवाद हो गया है। अब पार्टी के नेता सत्यनारायण सत्तन ने बयान को लेकर कविता लिखी है। उन्होंने लिखा- अपनी जेब में जितना भी भरो आप, लेकिन भाजपा की डुबावो मत नाव जी। मुरलीधर राव ने 8 नवंबर को बयान दिया था कि मेरी एक जेब में ब्राह्मण हैं तो दूसरी जेब में बनिया।
कौन हैं सत्तन?
सत्यनारायण सत्तन राष्ट्रवादी कवि और बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं, विधायक भी रह चुके हैं। सत्तन मौजूदा घटनाक्रमों पर तत्काल प्रतिक्रिया देने से नहीं चूकते। वे बीजेपी की केंद्र की सरकार या राज्य की सरकारों की खिंचाई करने में भी पीछे नहीं रहते। सत्तन को मप्र सरकार ने कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया हुआ था, लेकिन उपेक्षा की वजह से उन्होंने ये पद छोड़ने में पल भर की देरी नहीं लगाई। अपनी कविताओं के जरिए वो कई बार केंद्र और राज्य सरकार को आड़े हाथ ले चुके हैं।
सत्तन ने ये कविता लिखी
ब्राह्मणों और बनियों को जेब में लिए फिरते,
भाजपा के महासचिव मुरलीधर राव जी,
नड्डा ने तो गड्ढा खोदा हिमाचल में,
आप किस बूते दिखा रहे ताव जी,
ब्राह्मण अटल जी ने भाजपा को अटल किया,
एक वोट तक का नहीं किया भाव-ताव जी,
अपनी जेब में चाहे जितना भी भरो आप,
लेकिन भाजपा की डुबावो मत नाव जी,
मुखर्जी और उपाध्याय दोनों ही ब्राह्मण थे,
आपकी जेब में वो दोनों ही समा गए,
मोदी की गोदी में महासचिव बने आप,
शिवराज की मेहनत धूल में मिला गए,
भारी-भरकम पाकिट में जो अहंकार भरा,
उसी अहंकार को गड्ढे में रमा गए,
भाजपा को जनता ने सम्मान सौंपा था,
आप उस मान को मिट्टी में मिला गए।
मुरली का बयान, फिर सफाई, कांग्रेस का पलटवार
मीडिया ने मुरलीधर (Muralidhar Rao Controversy) से पूछा कि क्या बीजेपी अब अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति की (SC-ST) की पार्टी होगी? इस सवाल के जवाब में राव ने अपनी शर्ट और पेंट की जेब की ओर इशारा करते हुए कहा कि मेरी एक जेब में ब्राह्मण और दूसरी में बनिया (Brahmin and Baniya) हैं। उनके इस बयान को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) ने सत्ता का अहंकार बताया। उन्होंने कहा कि ये तो ब्राह्मण और वैश्य समाज का अपमान है। हालांकि, बयान पर बवाल मचने के बाद राव को सफाई देनी पड़ी।