भिंड. जिले में एसपी रहे मनोज कुमार का ट्रांसफर भोपाल स्थित पुलिस मुख्यालय (PHQ) हो गया है। साहब की विदाई के मौके पर जिले के अफसरों ने उन्हें अलग तरीके से सम्मान दिया। मनोज को बाकायदा डोली में बैठाकर शहरभर में घुमाया। ढोल-नगाड़े बजाए। बाकायदा बारात जैसी निकाली। मनोज भिंड में डेढ़ साल रहे, पर इस कार्यकाल में उन्होंने कोरोना बचाव, बाढ़ राहत, गन कल्चर से आजादी दिलाने जैसे कई काम किए। उनके मातहतों की मानें तो एसपी साहब ने गजब का काम किया। अनोखे विदाई समारोह पर मनोज ने कहा कि इससे अभिभूत हूं। लोगों ने जो सहयोग दिया है, उसे ताउम्र नहीं भूलूंगा। चंबल की माटी को मेरा सतत प्रणाम रहेगा। जिस तरह से मेरा सम्मान किया, उसके लिए बहुत धन्यवाद। 4 दिसंबर को मनोज सिंह ने नए एसपी शैलेंद्र चौहान को चार्ज भी सौंप दिया।
मंत्री के लोगों पर कराया था केस
IPS मनोज कुमार सिंह ने एसपी रहते ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन पर FIR कर सुर्खियां बटोरी थीं। यही नहीं, खाद लूट के मामले में राज्य के सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया के गृह गांव में रहने वाले दबंगों पर केस किया था। इस मामले में फूप थाना की महिला SI को लाइन अटैच किया गया था। इस वजह से भी चर्चा में रहे थे। चर्चा है कि IPS मनोज कुमार सिंह को भिंड से मुख्यालय भेजे जाने में मंत्री की अहम भूमिका है।
मनोज की कामों की लंबी फेहरिस्त
- धार्मिक स्थल दंदरौआ धाम पर हुई बड़ी चोरी के मामले को 24 घंटे के अंदर सुलझा लिया था।
एसपी के रूप में भिंड में डेढ़ साल रहे
मनोज कुमार सिंह मूलतः बिहार के रहने बाले है और वह 1994 बैच के राज्य पुलिस सेवा (SPS) के अधिकारी हैं। बाद में उन्हें IPS अवॉर्ड हुआ। मनोज कुमार सिंह 18 महीने भिंड में पुलिस अधीक्षक रहे। अब उनकी भोपाल PHQ में पोस्टिंग हुई है। भिंड में ही वे 7 साल तक अन्य पदों SDOP (लहार), CSP और एडिशनल SP भी रहे।
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