BHOPAL. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को खजुराहो एयरपोर्ट पर ठंडी चाय देने का मामला सुर्खियों में है। इस पर एसडीएम ने जूनियर फूड ऑफिसर को शो कॉज नोटिस (Show Cause Notice) देकर तीन दिन में जवाब मांगा। कांग्रेस की तरफ से भी इस पर तंज कसा गया। बाद में छतरपुर कलेक्टर ने आदेश जारी करते हुए कहा कि एसडीएम शो कॉज नोटिस वापस ले लें। मुख्यमंत्री ने इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं की है।
11 जुलाई को ये हुआ था
मामला छतरपुर का है। 11 जुलाई को CM शिवराज सिंह चौहान रीवा जाते समय कुछ देर के लिए खजुराहो एयरपोर्ट पर रुके थे। उनके साथ सांसद और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी थे। एयरपोर्ट पर शिवराज और वीडी शर्मा को जो चाय परोसी गई, वह ठंडी थी। राजनगर एसडीएम DP द्विवेदी ने जूनियर फूड इंस्पेक्टर राकेश कान्हुआ को कारण बताओ नोटिस जारी किया। कान्हुआ से तीन दिन में जवाब मांगा गया।
कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता और पीसीसी चीफ (कमलनाथ) के मीडिया समन्वयक ने अपने पहले ट्वीट में ये लिखा।
मामाजी चाय वाले से इतनी नफ़रत क्यों….?
नफ़रत किससे , निपट कौन रहा है… pic.twitter.com/K0drn15Z4A
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) July 12, 2022
ऑर्डर रद्द होने के बाद सलूजा ने ये ट्वीट किया।
भारी किरकिरी व कांग्रेस के विरोध के बाद छतरपुर के राजनगर में मामाजी को ठंडी चाय परोसने को लेकर एसडीएम द्वारा फ़ूड इंस्पेक्टर को दिया नोटिस कलेक्टर से किया निरस्त… pic.twitter.com/fAHSC0ct7B
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) July 12, 2022
इंदौर में भी एक वाकया हुआ था
बात सितंबर 2020 की है। तब सीएम शिवराज सिंह चौहान विकास कार्यों की सौगात देने इंदौर पहुंचे थे। यहां पर वे लगातार कार्यक्रमों में शामिल रहे। परिस्थितियां ऐसी बनीं कि शिवराज को खाना खाने का मौका नहीं मिल पाया। मौसम खराब होने की वजह से उन्होंने सड़क मार्ग से भोपाल लौटने का निर्णय लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि खाना पैक करवाकर गाड़ी में रखवा दें।
सीएम को जो खाना गाड़ी में मिला, वो ठंडा था। बताया जाता है कि जिन अधिकारी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उन्होंने खाना शाम 6 बजे ही पैक करवा दिया था। सीएम ने यह खाना करीब तीन घंटे बाद रात 9 बजे इंदौर से निकलते समय खाया था। ऐसे में खाना तो ठंडा हो ही चुका था। रोटियां भी काफी कड़क हो गई थीं। ऐसे में कलेक्टर ने खाद्य निरीक्षक मनीष स्वामी को निलंबित कर दिया था। तब कलेक्टर मनीष सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि प्रोटोकॉल के तहत जिस गुणवत्ता वाला खाना परोसा जाना था, उसमें चूक हुई है। इसी कारण से स्वामी पर कार्रवाई की गई।