भोपाल. मध्य प्रदेश में कांग्रेस बीजेपी सरकार पर लगातार हमलावर है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में 8 सितंबर को कांग्रेस जन आक्रोश यात्रा निकाल रही है। इसमें पूर्व मंत्री पीसी शर्मा समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। यात्रा भोपाल के बोर्ड ऑफिस चौराहे से मिंटो हॉल की गांधी प्रतिमा पर खत्म होगी। इस यात्रा का मकसद महंगाई, प्रदेश में आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार समेत कई मुद्दे हैं। यात्रा के लिए पुलिस ने खासे इंतजाम किए हैं।
बीते एक महीने से कांग्रेस में करंट
बीते एक महीने से कांग्रेस लगातार फ्रंट फुट पर खेल रही है। नेमावर हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने खुद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ गए थे। हाल ही में नीमच में एक आदिवासी को गाड़ी से घसीटा गया, जिसमें उसकी मौत हो गई। इसके बाद कमलनाथ ने कांतिलाल भूरिया की अगुआई में एक कमेटी नीमच भेजी थी।
प्रदेशभर में कांग्रेस का प्रदर्शन
पिछले हफ्ते गुना में दिग्विजय सिंह के भाई और चाचौड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह और दिग्विजय के बेटे जयवर्धन ने पदयात्रा निकाली थी। इसका वीडियो भी सामने आया था। इसमें लक्ष्मण कलेक्टर को गरियाते दिखे थे कि जनता के सामने तुम्हारे कोई औकात नहीं है। हमें तो रैली के लिए पूछना भी नहीं चाहिए, लेकिन भलमनसाहत में पूछ रहे हैं। कलेक्टर तो आते-जाते रहेंगे, जनता हमेशा रहेगी। 8 सितंबर को राऊ से कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी और कालापीपल MLA कुणाल चौधरी ने रैली निकाली थी।
7 सितंबर को कमलनाथ बड़वानी पहुंचे थे। अलीराजपुर, धार, बड़वानी (मालवा-निमाड़) को आदिवासी बहुल माना जाता है। यहां कमलनाथ ने आदिवासी यात्रा निकाली। आदिवासियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि मैं शिवराज सिंह चौहान को कहता हूं कि आप अपना नाम शिवराज सलमान रख लें, आप एक्टिंग बहुत अच्छी कर लेते हैं। आप जनता के सामने एक्टिंग करते हैं और जनता को गुमराह करते हैं। वहीं, कांग्रेस के सोशल मीडिया अकाउंट पर कार्टूनों से बताया गया कि कांग्रेस ही उनकी असली हितैषी है।