भोपाल. राजधानी भोपाल में 23 जनवरी यानी रविवार को 3 दिन से चल रहा हाईवोल्टेज ड्रामा खत्म हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री निवास पर CM शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर ली। शिवराज ने दिग्विजय को 11.45 बजे मिलने का समय दिया था। दिग्विजय पहले कमलनाथ के बंगले पर गए, जहां से दोनों नेता शिवराज से मिलने पहुंचे। सुठालिया और टेम परियोजना में डूब क्षेत्र में आने वाले गुना, राजगढ़, विदिशा और भोपाल जिले के प्रभावित किसानों के प्रतिनिधि (Delegation) भी साथ थे। बाद में दोनों नेता प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि दी।
दिग्विजय ने धरना भी दिया था: शिवराज से मुलाकात के लिए दिग्विजय ने 21 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास के पास करीब ढाई घंटे का धरना भी दिया था। इस दौरान पूरे समय दिग्विजय फ्रंट फुट पर दिखे। दिग्विजय ने कहा कि मुख्यमंत्री के तरफ से उन्हें सूचित किया गया है कि 23 जनवरी को पौने बारह बजे मिलने का समय दिया गया है, इसे लिखित में दिया जाना चाहिए। जब मैं मुख्यमंत्री था तो 8-10 दिन पहले से अपॉइंटमेंट्स दे देता था। जब पुलिस अफसरों ने दिग्विजय को धरना खत्म करने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि मुझे कानून मत सिखाइए। जब मैं मुख्यमंत्री था, उस समय आप नौकरी में भी नहीं रहे होंगे।
धरने में कमलनाथ भी पहुंचे थे: दिग्विजय के धरने में कमलनाथ भी पहुंचे थे। कमलनाथ के पहुंचने पर थोड़ा विवाद भी हो गया। असल में स्टेट हैंगर पर कमलनाथ और शिवराज के मिलने की फोटो सामने आईं। कमलनाथ ने कहा कि मेरा हेलिकॉप्टर लैंड किया और मुख्यमंत्री जा रहे थे तो मुलाकात हो गई। जब मीडिया ने कमलनाथ से इस बारे में सवाल पूछा कि शिवराज आपको तो मिलने का टाइम दे रहे हैं, दिग्विजय को नहीं तो वे भड़क गए।