भोपाल. यहां एक पूरे परिवार के जहर पीने के मामले (Family Suicide Attempt) में 4 लोगों की मौत हो चुकी हैं। परिवार के 5 लोगों ने जहर पी लिया था। एक दादी और 16 साल की पोती पूर्वी की मौत पहले ही हो गई थी। अब ऑटो पार्ट्स का बिजनेस करने वाले संजीव जोशी की भी मौत हो गई। इससे पहले 27 को संजीव की बड़ी बेटी ग्रीष्मा की मौत हो गई थी। अब केवल संजीव की पत्नी अर्चना ही बची है। वे भी गंभीर हालत में मौत से लड़ रही हैं। इधर, पुलिस ने 4 महिलाओं को गिरफ्तार (Arrest) कर लिया है। 26 नवंबर को भोपाल के पिपलानी में रहने वाले परिवार ने सामूहिक रूप से जहर पी लिया था।
कांग्रेस ने साधा निशाना
जिन संजीव जोशी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, उन्हें चेक देने भोपाल से विधायक कृष्णा गौर समेत अन्य बीजेपी नेता पहुंचे थे। ये लोग जब चेक दे रहे थे, तब संजीव करीब-करीब बेसुध ही थे। इस दौरान बीजेपी नेताओं ने फोटो खिंचवाई। कांग्रेस ने इसे फोटोसेशन करार देते हुए ट्विटर पर खिंचाई की है।
हद है बेशर्मी की,इनकी इंसानियत मर चुकी है,इनका ज़मीर मर चुका है,भाजपा नेताओ को हर विषय पर बस फ़ोटो और प्रचार चाहिये..
भोपाल में एक परिवार के पाँच सदस्यों ने क़र्ज़ के कारण ज़हर खाया , दो की मौत हो गयी और अस्पताल में भर्ती एक बेसुध सदस्य को सहायता राशि के चेक देने का फ़ोटो सेशन.. pic.twitter.com/vAvT3ZYRuH
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) November 27, 2021
कांग्रेस की केस दर्ज करने की मांग
कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने बीजेपी नेताओं पर FIR दर्ज करने की मांग की है।
क़र्ज़ के कारण ज़हर खाने वाले जिस बेसुध व्यक्ति को कल अस्पताल के ICU में चेक देते हुए विधायक कृष्णा गौर व उनके समर्थकों ने जो फ़ोटो सेशन किया था,उसकी भी आज मृत्यु हो गयी..
ICU प्रोटोकाल का उल्लंघन होने पर ज़िम्मेदार डॉक्टर्स,अस्पताल प्रबंधन,भाजपा नेताओ पर तत्काल प्रकरण दर्ज हो.. pic.twitter.com/UENHm3KHLa
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) November 28, 2021
दोस्तों ने बताया कि सूदखोर वक्त नहीं दे रहे थे
संजीव के दोस्तों ने बताया कि सूदखोरों ने उन्हें इतना प्रताड़ित, अपमानित किया कि वे मानसिक तौर पर टूट गए। हंसता-खेलता परिवार देखते-देखते डिप्रेशन में चला गया। परिवार को सूदखोरों के जाल से बाहर निकलने के लिए कुछ समझ नहीं आ रहा था। करीबी दोस्त राकेश सिंह के मुताबिक, अशोका गार्डन की रहने वाली सूदखोर महिला बबली, पिंकी ने उन्हें इतना धमकाया कि संजीव को आनंद नगर वाला घर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके लिए उन्होंने 36 लाख में घर का सौदा भी कर लिया था, लेकिन सूदखोर वक्त देने को राजी नहीं थे। आखिरकार, जहर खाकर जिंदगी खत्म कर लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। अकेले भोपाल में ही उनके पास सवा करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी है।