बुरहानपुर. यहां नेपानगर के बोरीबुजुर्ग गांव में विधिक जागरूकता शिविर (legal awareness camp) का आयोजन किया गया। इसमें प्रधान जिला एवं सत्र न्यायालय (District and Session Court) और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष अतुल्य सराफ बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। 13 नवंबर को हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ने विभिन्न विभागों में संचालित शासकीय योजनाओं के तहत पात्र लाभार्थियों को सामग्री और सर्टिफिकेट दिए। कुल 76 लाख 75 हजार 506 रुपए की राशि से पात्र हितग्राहियों को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम बुरहानपुर (Burhanpur) के जिस बोरीबुजुर्ग में हुआ, वह आदिवासी बाहुल्य और जिले की सीमा का दूरस्थ गांव था। इस गांव के आसपास भी आदिवासी गांव लगे है। इस कारण कार्यक्रम में आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में आदिवासी मौजूद रहे।
ये अफसर हुए शामिल
कार्यक्रम में प्रधान न्यायाधीश (कुटुम्ब न्यायालय) मोहन पी.तिवारी, डिस्ट्रिक्ट जल और सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आशुतोष शुक्ल, SP राहुल कुमार लोढ़ा, कलेक्टर इन चार्ज और जिला पंचायत CEO रोहित सिसोनिया, SDM (Revenew) नेपानगर प्रखर सिंह समेत डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के अन्य जज, पैरालीगल वॉलेंटियर्स और जिला प्रशासन के कई अफसर शामिल हुए।
लोगों को दी गईं अहम जानकारियां
कार्यक्रम के शुभारंभ पर सेक्रेटरी, डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी (District Legal Service Authority) आशुतोष शुक्ल ने जागरूकता शिविर के संबंध में जानकारी दी। कार्यक्रम में शामिल हुए गेस्ट ने ग्रामीणों को आवश्यक सरकारी जानकारियां दीं।
नागरिकों में कानूनी जागरूकता होना जरूरी- सराफ
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अतुल्य सराफ ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य हर हितग्राही को विधिक (Legal) एवं योजनाओं (Plannings) की जानकारी देना है। नागरिकों में अपने अधिकारों और कानूनी जागरूकता का होना जरूरी है। विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा नागरिकों को मुफ्त विधिक सहायता दी जाती है। आप सभी आगामी नेशनल लोक अदालत के जरिए भी अपनी समस्याओं का समाधान हासिल कर सकते है।