खंडवा. मध्य प्रदेश में एक लोकसभा (खंडवा सीट) और तीन विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव (By Election) है। दोनों पार्टियां बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) जमकर प्रचार में जुटी हुई हैं। आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच खंडवा में एक व्यक्ति उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसी वेशभूषा में बीजेपी का प्रचार करते नजर आया। ये व्यक्ति योगी का हमशक्ल है। इस पर कांग्रेस ने कहा कि पार्टी के अंदर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को डैमेज करने की कोशिश हो रही है। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस में किसी नेता का मुखौटा लगाया जा सके, ऐसा नेता ही नहीं है।
कांग्रेस का तंज
कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा कि एक सैद्धांतिक प्रश्न है और संवैधानिक व्यवस्था को चुनौती देने वाली बात है। मध्य प्रदेश में बीजेपी की शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार है। पूरे चुनाव प्रचार में भारतीय जनता पार्टी उन्हीं की लोकप्रियता को भुना रही है। स्टार प्रचारक वे ही हैं। इस सूरत में किसी व्यक्ति को नकली योगी आदित्यनाथ बनाकर, सजाकर पेश करना बीजेपी नेताओं की साजिश है, जिसमें वे मुख्यमंत्री शिवराज को नीचा दिखाना चाहते हैं।
‘योगी आदित्यनाथ इतने बड़े नेता भी नहीं हैं कि उनके नाम पर वोट मिले। उनसे अपना प्रदेश नहीं संभल रहा तो मध्य प्रदेश और खंडवा आकर क्या कर लेंगे। बीजेपी अब पहले वाली बीजेपी नहीं रही। मुख्यमंत्री को डैमेज करने के लिए एक बड़ा गुट सक्रिय है। हो सकता है कि इस उपचुनाव के बाद परिदृश्य में बदलाव दिखाई दे।’
बीजेपी का पलटवार
बीजेपी के प्रवक्ता उमेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के मित्रों की काबिलियत की कंगाली और मैदानी मेहनत के दिवालिएपन पर हंसी आती है। इस पार्टी के नेता, कार्यकर्ता इतने आरामतलब हो गए हैं कि इनका मैदान पर काम करने में यकीन ही खत्म हो गया है। ट्विटर-ट्विटर खेलते हैं। सोशल मीडिया पर राजनीति की फसल पैदा करने की कोशिश करते हैं। वो जो नाथ संप्रदाय से जुड़े हुए हैं, योगी आदित्यनाथ में उनके पूरे परिवार की आस्था है, गोरक्ष पीठ में उनकी आस्था है तो योगी की वेशभूषा बनाकर वो लड़का चुनाव में राष्ट्रवादी संगठन बीजेपी का प्रचार करने निकलता है। कोई मोदी, कोई योगी तो कोई शिवराज का मुखौटा पहनना चाहता है तो ये बीजेपी में ही संभव है। कांग्रेस में ये सब संभव नहीं।
‘राहुल गांधी का मुखौटा पहनकर कौन निकलना चाहेगा। कांग्रेस का कार्यकर्ता कमलनाथ का मुखौटा पहनना पसंद नहीं करता। उनका कोई कार्यकर्ता दिग्विजय सिंह नहीं बनना चाहता। आपकी पार्टी ऐसा कोई नेता पैदा नहीं कर पाई तो ये आपका दुर्भाग्य है।’