उज्जैन. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) 5 नवंबर को महाकाल दर्शन करने पहुंचे। नंदी हॉल में पूजा के दौरान वे केदारनाथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पूजा-अर्चना में वर्चुअली (Virtualy) शामिल भी हुए। यानी सामने स्क्रीन पर मोदी का LIVE Telecast चल रहा था, सामने शिवराज पूजा कर रहे थे। इसके बाद CM प्रवचन हॉल पहुंचे, जहां उन्होंने संतों का सम्मान किया और घोषणा की कि आने वाली शिवरात्रि को उज्जैन को भव्य तरीके से सजाया जाएगा। इसे आने वाले कई सालों तक याद रखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम शिवरात्रि को अविस्मरणीय बना देंगे।मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों के कल्याण में लगे हैं। देश की संस्कृति, धर्म, परंपराएं, जीवन मूल्य, सनातन धर्म का वे पालन तो कर ही रहे हैं, देश की अगली पीढ़ी तक पहुंचा भी रहे हैं। केदारनाथ में आज प्रधानमंत्री ने जिन विकास कार्यों का लोकार्पण किया है, उनसे बाबा के दर्शन और आसान होंगे।
शिवराज ने की भगवान शिव की पूजा
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के केदारनाथ, उत्तराखंड के कार्यक्रम में महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन से मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj वर्चुअल माध्यम से भाग ले रहे हैं। pic.twitter.com/dvyzBOzB02
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) November 5, 2021
शिवराज ने गोवर्धन पूजा भी की
मुख्यमंत्री ने उज्जैन में त्रिवेणी संग्रहालय के पास बड़े रुद्रसागर में गोवर्धन पूजा (Govardhan Pooja) करने भी पहुंचे। पूजा के बाद उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने 5500 साल पहले पर्यावरण बचाने (Save Environment) का संदेश दिया था। पेड़ों को काटने से धरती का तापमान लगातार कम हो रहा है। इससे पूरी दुनिया परेशान हो रही है। मैं रोज एक पेड़ लगाता हूं। हमें पृथ्वी को बचाने के अभियान में जुटना होगा। अंकुर अभियान धरती को बचाने का पवित्र अभियान है। 21वीं सदी भारत की होगी।
सीएम ने चारधाम मंदिर के शांतिस्वरूपानंद, जूना अखाड़ा के महंत विनीत गिरि, आवाहन अखाड़े के महामंडलेश्वर अतुलेशानंद समेत करीब 20 संतों का सम्मान किया। सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया भी शामिल हुए।
प्रभारी मंत्री नहीं आए, मंत्री यादव ने भी महाकाल में की पूजा
प्रधानमंत्री द्वारा केदारनाथ में की जा रही पूजा के दौरान प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा (Jagdish Deora) को कालभैरव और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr Mohan Yadav) को मंगलनाथ मंदिर में पूजा करना थी, लेकिन मंत्री देवड़ा उज्जैन नहीं आ सके। साथ ही मंत्री डॉ. यादव भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ महाकाल मंदिर में ही पूजा अर्चना में शामिल हुए।
महाकाल दर्शन में रुकावट नहीं
दिवाली के अगले दिन महाकाल मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। शुक्रवार को भी महाकाल के दर्शन के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचे। उनकी सुविधा को देखते हुए दर्शन व्यवस्था में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया। श्रद्धालुओं की सुविधा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नंदी हॉल में बैरिकेड्स लगाए गए थे।