Bhopal. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने 28 अप्रैल को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा पर कई आरोप लगाए। दिग्विजय ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराए जा रहे है। उन्हें जेल में डालकर प्रताड़ित किया जा रहा है। मामूली मामलों में भी जमानत नहीं मिलती। उन्होंने ये भी कहा कि जिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए गए हैं, उनकी लड़ाई एकजुट होकर लड़ी जाएगी।
जेपी नड्डा से करेंगे सीएम शिवराज की शिकायत- दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने बताया कि कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए जिलास्तर पर कांग्रेस समर्थक वकीलों की टीम बनाई जाएगी। जबलपुर, इंदौर और ग्वालियर में सीनियर वकीलों की टीम बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि ‘पहला अध्याय नरोत्तम मिश्रा का है। हमारी शिवराज पुराण, शिव पुराण भी शुरू हो गई है। शिवराज सरकार के सारे केस हम इकट्ठा कर रहे हैं। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से नहीं, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से की जाएगी।’
शिवराज के खिलाफ प्राइवेट इस्तगासा करूंगा- दिग्विजय
कांग्रेस सांसद ने ये भी कहा- ‘मेरे खिलाफ 4 केस दर्ज किए गए है। एक वीडियो ट्वीट करने पर ये मामले दर्ज किए गए। जिन धाराओं में मेरे ऊपर केस दर्ज किया गया है, उन्हीं धाराओं में शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ हमने एफआईआर दर्ज कराई। भोपाल में मैंने खुद शिकायत की है, लेकिन उनके खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही। अगर पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी तो मैं शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ प्राइवेट इस्तगासा करूंगा।’
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर गंभीर आरोप
दिग्विजय के मुताबिक, बीजेपी सरकार में मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री, सांसद, विधायक तक कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे केस दर्ज करा रहे है, लेकिन कांग्रेस की शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने पद ग्रहण करते हुए संविधान की शपथ ली थी कि निष्पक्षता से काम किया जाएगा, लेकिन पूरे तरीके से पक्षपात किया जा रहा है। दुख इस बात का है कि सरकारी अधिकारी और पुलिस, संविधान और नियम के खिलाफ काम कर रहे है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे मामले बनाने में बीजेपी का सहयोग कर रहे हैं।
‘ब्राह्मण कार्यकर्ता को जेल में सीवेज का पानी पिलाया’
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ने गृह मंत्री को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि सबसे बड़ा उदाहरण दतिया जिले का है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को 50 से ज्यादा झूठे मामलों में फंसाया गया। गृह मंत्री ही झूठे प्रकरण दर्ज कराते है। उसके बाद जेल में उत्पीड़न कराते हैं। एक ब्राह्मण कांग्रेस कार्यकर्ता को जेल के अंदर सीवेज का पानी पिलाया गया। नरोत्तम मिश्रा कानून मंत्री भी है, लिहाजा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जमानत भी नहीं हो पाती।
‘मैं न्याय व्यवस्था पर सवाल नहीं उठा रहा, लेकिन क्या कारण हैं कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जमानत नहीं हो पाती। हाईकोर्ट में भी एक ही जज के पास सारी जमानतों के मामलों की सुनवाई होती है। इन सब बातों को लेकर समिति ने तय किया है कि शुरुआत दतिया जिले से होगी। दतिया में दर्ज किए गए सभी फर्जी मामलों को लेकर कमलनाथ के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल सीएम शिवराज से मिलेगा। ग्वालियर-चंबल और सागर में भी जमीन पर लड़ाई लड़ी जाएगी। नरोत्तम मिश्रा और उनके लिए गुलाम की तरह काम कर रहे अधिकारियों के खिलाफ जमीन पर लड़ाई लड़ी जाएगी।’