Bhopal. इन दिनों निकाय चुनाव (Pradesh civic elections) को लेकर राजनीतिक पारा गर्म है। कांग्रेस (Congress) ने अपनी स्थिति जानने के लिए सभी 16 नगर निगम (municipal corporation) क्षेत्रों में आंकलन कराया हैं। ये फीडबैक बीजेपी (BJP) के उम्मीदवार घोषित होने के बाद लिया गया है। कांग्रेस के लिए अच्छी बात ये है कि इस आंकलन में कांग्रेस की स्थिति पिछले नगर निगम चुनाव से काफी बेहतर बताई गई है। कांग्रेस का दावा है कि उसके उम्मीदवार, भाजपा उम्मीदवारों से बेहतर हैं। कांग्रेस के मुताबिक छह से आठ सीटों पर वो जीतने की स्थिति में है जिसमें भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, सागर,सतना,उज्जैन और छिंदवाड़ा शामिल हैं। इसके अलावा आठ से नौ सीटों में उसका मुकाबला कांटे का है यानी यहां पर अतिरिक्त कोशिश कर माहौल को अपने पक्ष में किया जा सकता है। पार्टी की मजबूत स्थिति के पीछे कांग्रेस मानती है कि उसके उम्मीदवार का क्षेत्रीय प्रभाव और टिकट का समय पर घोषित होना है। कांग्रेस के आंकलन में यह बात भी आई है कि बीजेपी की एंटी इन्कमबेंसी है जिससे लोग कांग्रेस की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। लोागों की नाराजगी का एक कारण छोटे सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार भी माना जा रहा है। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा कहते हैं कि अधिकांश सीटें कांग्रेस जीतने की स्थिति में है।
वीडियो देखें
बीजेपी को पिछला रिजल्ट दोहराने का भरोसा
वहीं बीजेपी कांग्रेस के इस आंकलन को मनगढ़त और फर्जी बता रही है। बीजेपी नेता कहते हैं कि कांग्रेस ने सिर्फ नाम के उम्मीदवार घोषित किए हैं उनका प्रभाव कुछ नहीं है। बीजेपी का चुनाव चिन्ह कमल का फूल ही प्रत्याशी होता है इसलिए व्यक्ति का ज्यादा महत्व नहीं होता। बीजेपी नेता हितेष वाजपेयी कहते हैं कि वो पिछला नगर निगम चुनाव की सफलता दोहरांगे और सभी 16 सीटों पर बीजेपी के मेयर ही बैठेंगे। बीजेपी कहती है कि उसके आंकलन के हिसाब से तो सिर्फ मेयर ही नहीं परिषद भी बीजेपी की ही बनेगी।