भोपाल. प्रदेश में बीजेपी को टक्कर देने के लिए कांग्रेस एक बार फिर से हिंदुत्व की राह पर चल पड़ी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पार्टी नेताओं से रामनवमी और हनुमान जयंती मनाने के लिए चिट्ठी जारी की है। चिट्ठी में लिखा गया है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देशानुसार समय-समय पर आयोजित किए जाने वाले विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों के संबंध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आपको निर्देशित किया जाता रहा है।
बीजेपी ने घेरा
आदेशानुसार, 10 अप्रैल को राम नवमी और 16 अप्रैल 2022 को हनुमान जयंती है। इन दोनों मंगलमय धार्मिक त्योहारों के अवसर पर भगवान राम कथा वाचन, रामलीला एवं भगवान राम की पूजा अर्चना के कार्यक्रम तथा हनुमान जयंती पर सुन्दर कांड एवं हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन किया जाए। बीजेपी विधायक और पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने इसे कांग्रेस का 'पाखंड' कहा है।
उन्होंने कहा कि राम को काल्पनिक बताने वाली कांग्रेस अब एक के बाद एक चुनाव हारने के बाद राम को याद कर रही है। जबकि इसी कांग्रेस ने रामसेतु पर भी सवाल खड़े किए थे। अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद से अब तक राहुल गांधी ने बधाई का कोई ट्वीट नहीं किया तो यह बताता है कि कांग्रेस सिर्फ चुनावी हिन्दू है।
कांग्रेस रमजान भूली
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा है कि इस तरह से त्योहार मनाने के लिए चिट्ठी जारी करना गलत परंपरा है, जबकि हर कांग्रेसी हर त्योहार मनाता है। उन्होंने कहा कि दूसरी बात यह है कि कमलनाथ रमजान को याद क्यों नहीं रहे हैं? इसलिए कांग्रेस को ऐसी चिट्ठी नहीं जारी करनी चाहिए। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की आपत्ति को मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने वाजिब बताया है। इसके साथ ही नरोत्तम ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा है कि कांग्रेस मुसलमानों को सिर्फ वोट के समय याद करती है।