नौकरी ना रहे, मूंछें रहेंगी: सस्पेंड कॉन्स्टेबल बहाल, जानें निलंबन की कहानी

author-image
एडिट
New Update
नौकरी ना रहे, मूंछें रहेंगी: सस्पेंड कॉन्स्टेबल बहाल, जानें निलंबन की कहानी

भोपाल. राजधानी में अजीबोगरीब मामला सामने आया। यहां मूंछों की वजह से एक कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया। कॉन्स्टेबल ड्राइवर राकेश राणा एमटी (मोटर ट्रांसपोर्ट) पूल में पदस्थ हैं। पिछले एक साल से राकेश राणा की ड्यूटी स्पेशल डीजी राजेंद्र मिश्रा के ड्राइवर के तौर पर थी, लेकिन दो दिन पहले वे उनकी नाराजगी के शिकार बन गए। द सूत्र से बातचीत में राणा ने बताया कि वे राजपूत हैं, मूंछें रखना आन-बान-शान का मामला है। लिहाजा नौकरी चली जाएं, लेकिन मूंछें नहीं हटेंगी। एक तरफ राणा को सस्पेंड करने के आदेश दिए गए हैं, दूसरी तरफ एडीजी अनिल कुमार ने राणा को नौकरी जॉइन करने के मौखिक आदेश दे दिए है। लिहाजा कहा जा सकता है कि राणा के मामले में अब अधिकारियों में ठन गई है। 



ये अनुशासनहीनता है: 7 जनवरी को सहायक पुलिस महानिरीक्षक (AIG) को-ऑपरेटिव फ्रॉड एंड लोक सेवा गारंटी प्रशांत शर्मा ने राकेश राणा के सस्पेंशन का ऑर्डर जारी किया था। ऑर्डर में लिखा गया था कि राकेश राणा की मूंछें अजीब डिजाइन में गले पर हैं, जिससे टर्नआउट भद्दा दिखाई देता है। राणा को मूंछें ठीक कराने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन उन्होंने निर्देशों का पालन नहीं किया। ऐसा करना यूनीफार्म सेवा में अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। राणा की वजह से अन्य कर्मचारियों गलत प्रभाव पड़ रहा है। लिहाजा उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।     



राणा को उच्चाधिकारियों का साथ: राणा को 7 जनवरी को सस्पेंड किया गया था। इसके बाद उनका सस्पेंशन कैंसिल किए जाने का कोई आदेश जारी नहीं किया गया, लेकिन राणा नौकरी पर लौट आए हैं। एडीजी अनिल कुमार ने मौखिक तौर पर उन्हें जॉइन करने के आदेश दिए हैं। राणा को स्पेशल डीजी राजेंद्र मिश्रा के पास से हटाकर एमटी पूल में रिजर्व ड्राइवर के तौर पर रखा गया है। एमटी पूल, प्रबंध शाखा के अंतर्गत आता है। लिहाजा राकेश राणा को प्रबंध शाखा के एडीजी अनिल कुमार का साथ मिल गया है। जानकारों का कहना है कि राणा को गलत तरीके से सस्पेंड किया गया। स्पेशल डीजी कार्रवाई के लिए एडीजी अनिल कुमार से कह सकते थे, लेकिन सीधे आदेश जारी कर दिए गए।  



लोग अभिनंदन कहकर बुलाते हैं: द सूत्र से बातचीत में राकेश राणा ने बताया कि वे 2007 से पुलिस सेवा में हैं। 2010 से वे ऐसी ही मूंछें रख रहे है। लेकिन 14 साल में किसी अधिकारी ने मूंछों के डिजाइन को लेकर आपत्ति नहीं जताई। राणा की मूंछों की डिजाइन विंग कमांडर अभिनंदन जैसा है। लिहाजा जब विंग कमांडर मीडिया पर छाए तो राकेश राणा को उनके साथी भोपाल का अभिनंदन कहकर पुकारने लगे। राणा बताते है कि लोग उनकी मूंछों की तारीफ ही करते हैं। सस्पेंड किए जाने पर राणा कहते है कि नौकरी चली जाए, लेकिन मूंछें नहीं हटेंगी। 



अंदर की बात: 5 जनवरी को अचानक ही स्पेशल डीजी राजेंद्र मिश्रा ने राकेश राणा को टोक दिया। उनसे कहा कि वें अपनी मूंछें कटा लें, लेकिन राणा नहीं माने। 6 जनवरी को स्पेशल डीजी ने दोबारा पतासाजी की। जिसके बाद सहायक पुलिस महानिरीक्षक को आदेश देकर राणा को सस्पेंड करा दिया। सूत्रों का कहना है कि स्पेशल डीजी राजेंद्र मिश्रा के घर आई एक रिश्तेदार को राणा की मूंछों पर आपत्ति थी। जिसकी सजा राणा को मिली है। स्पेशल डीजी राजेंद्र मिश्रा को आपत्ति होती तो राणा उनके पास बीते एक साल से ड्यूटी ना कर रहे होते।


द सूत्र MP Constable Constable Mustache Constable Suspend on Mustache Rakesh Rana Police Order Special DG Rajendra Mishra एमपी कॉन्स्टेबल कॉन्स्टेबल की मूंछें मूंछों ने कराया सस्पेंड जॉइनिंग स्पेशल डीजी बनाम एडीजी राकेश राणा