DHAR: 304 करोड़ के डैम में दरारें, पानी रिसा, 18 गांव खाली कराए, आर्मी के 200 जवान और NDRF की टीम ने संभाला मोर्चा, धारा 144 लगी

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The Sootr CG
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DHAR: 304 करोड़ के डैम में दरारें, पानी रिसा,  18 गांव खाली कराए, आर्मी के  200 जवान और NDRF की टीम ने संभाला मोर्चा, धारा 144 लगी

योगेश राठौर, INDORE. मध्य प्रदेश के धार जिले में 12 अगस्त की सुबह से हंगामा मचा हुआ है। यहां निर्माणाधीन 304 करोड़ की लागत वाला कारम नदी पर बना डैम फूटने की खबरें आने लगी। इसके बाद जिला प्रशासन, पुलिस के सारे अधिकारी अमला मौके पर पहुंचा और ट्रैफिक बंद कराया। डैम से जगह-जगह से पानी रिसने के बाद आसपास के 18 से ज्यादा गांवों को खाली कराया गया। इससे 40 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, आगरा-मुंबई हाईवे पर ट्रैफिक बंद होने से हजारों वाहनों की लंबी कतार लग गई। हालांकि, शाम को  थोड़ा ट्रैफिक शुरू कराया गया। धार के साथ ही खरगोन जिले के गांव भी अलर्ट पर है। मौके पर धार, खरगोन कलेक्टर, एसपी और अन्य अधिकारी पहुंच गए हैं।



धारा 144 लगी



आसपास के गांवों में धारा 144 लगा दी गई है, जिससे लोग बेवजह इधर-उधर नहीं निकले। फूट की आशंका के चलते 12 अगस्त को सुबह नेशनल हाईवे 3 पर वाहनों को रोका गया था, दिन में फिर इन्हें जाने दिया गया लेकिन रात को फिर इन्हें रोकने की जरूरत हुई। उधर जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने इसमें जांच करने की बात कही उन्होंने कहा कि समिति बन गई है, जो जल्द प्रतिवेदन देगी और इसके आधार पर दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई होगी।



 गांवों में यह हालात




डैम में आई दरार के बाद  फूटने डर के चलते 18 गांव के लोगों में भारी दहशत है। रात को ही इनसे गांव खाली कराया गया औऱ पहाड़ियों पर पहुंचाया गया। कुछ जगह ऊंचाई पर बने स्कूलों में गांव वालों को रूकवाया गया है तो कहीं पर गांव वाले खुद ही पहाड़ी पर ‘टेंट’ बनाकर रह रहे हैं। रात को ही यह सब कुछ सामान छोड़कर अपने मवेशियों को लेकर पहाड़ियों पर पहुंच गए। इसमें धार जिले के 12 और खरगोन के छह जिले अधिक प्रभावित हो रहे हैं। इसमें धार जिले के कोटडी, भारूडपुरा, इमलीपुरा, सिमराली, भांडाखो, दुगनी, डेहरिया, सिरसोदिया, लालबाग, वासवी, बलवारी, नपी दहीवर और बेगंदा शामिल है, खरगोन से गढी, मेलखेडी, मोयदा कांकरिया और मिर्जापुर गांव शामिल हैं।



ये है ताजा स्थिति



डैम साइट के लिए आर्मी के 5 कॉलम (इनमें से 1 कॉलम engineering कॉलम का, हर कॉलम में करीब 40 जवान) यानी 200 जवान आ चुके हैं। NDRF DG ने ACS home को बताया है कि NDRF की 3 अतिरिक्त टीमें (1 भोपाल से, 1 वडोदरा से, 1 सूरत से) बचाव सामग्री के साथ दिल्ली से धमनोद के लिए पहुंच चुकी हैं। एक NDRF टीम में 3-35 प्रशिक्षित बचाव कर्मी होते हैं। SDERF के 8 अतिरिक्त दल (प्रत्येक में 10-12 सदस्य) भी प्रदेश के अन्य जिलों से और भोपाल से DG HG रिजर्व से रवाना कर दिए गए हैं। इंदौर संभाग और धार जिले के सभी संबंधित उच्चाधिकारी रात में धमनोद और डैम साइट पर ही रुकेंगे और राहत-बचाव कार्य की निगरानी करेंगे।



खरगोन में भी प्रशासन अलर्ट, कलेक्टर एसपी ने सुरक्षा का लिया जायजा 



 धार जिले से निकलने वाली कारम नदी पर 300 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन बांध के टूटने की खबर को लेकर खरगोन प्रशासन भी दो दिन से अलर्ट मोड में दिखाई दे रहा है। बांध के फूटने की स्थिति में प्रभावित गांवों में खरगोन के भी 6 गांव भी चपेट में आ रहे हैं, इसीलिये कलेक्टर खरगोन कुमार पुरुषोत्तम और एसपी धर्मवीर सिंह ने मौका निरीक्षण किया। वहीं स्थानीय पुलिस टीम और बचाव बल के साथ नदी के किनारों पर निवासरत रहवासियों को निकालकर अपने अपने रिश्तेदारों के यहां जाने का आग्रह किया गया।  उक्त बांध टूटने की सूचना के चलते खरगोन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम एवं एसपी धर्मविरसिंह यादव द्वारा भी सुरक्षा के इंतजामों को लेकर निर्देश दिए गए। बता दें कि धार जिले के कोटिदा पंचायत मे कारम नदी पर बने बांध से बड़ी मात्रा में जल रिसाव हो रहा है। प्रशासन शिपेज को बंद करने के प्रयास कर रहा। इसके बावजूद शिपेज बन्द न होकर बढ़ता जा रहा है। इस बांध से जिन 11  गांव के ग्रामीणों की लाभ मिलना था आज वही 11 गांव खतरे में हैं। प्रशासन ने गांव को खाली करने करने के निर्देश दिए है । वहीं शिपेज बढ़ने से कारम नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। बांध टूटता है तो 304 करोड़ की जल योजना भ्र्ष्टाचार की भेंट चढ़ जाएगी।

सुरक्षा की दृष्टि से स्थानीय प्रशासन द्वारा खरगोन जिले के ग्राम काकड़दा, गढ़ी, मोयदा, काकरिया, बड़वी, जलकोटा नदी के किनारों से लगे घरों को खाली करा लिया गया है।



वीडियो देखें






— TheSootr (@TheSootr) August 12, 2022



कई जगह से मिट्टी बही



धार में ये डैम भरूडपुरा और कोठीदा के बीच कारम नदी पर बना है। इसमें पानी रिसने के बाद कई जगह से मिट्‌टी बहने लगी। मिट्‌टी से बनी वाल वाला हिस्सा ही प्रभावित हुआ है। सीमेंट के स्ट्रक्चर के साथ यह मिट्‌टी का भी ढांचा बना हुआ है। मरम्मत का काम किया जा रहा है।

 

4 साल से चल रहा डैम का काम



यह बांध चार साल से बनाया जा रहा है। डैम बनने पर 52 गांवों की 10 हजार हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई सुविधा मिलेगी। डैम का कैचमेंट एरिया 183 वर्गकिमी बताया जा रहहा है। डैम 564 मीटर लंबा और 6 मीटर चौडा है। डैम के आसपास के कोठीदा, भरूडपुरा, इमलीपुरा, डहीवर, दुगनी, भांडाखो, डेहरिया, सिमराली गांव ज्यादा प्रभावित बताए जा रहे हैं।

 

इंदौर के वाहन चालकों पर असर



खलघाट (खरगोन) से इंदौर आने-जाने वाले वाहन चालक सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। सबसे ज्यादा वाहन चालक मानपुर घाट और खलघाट के बीच उलझे हुए हैं। 



कांग्रेस ने साधा निशाना, मंत्री की सफाई



इस मामले में पूर्व सीएम कमलनाथ से सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया। उधर, शिवराज सरकार में मंत्री तुलसी सिलावट कहा कि डैम की दो-स्तरीय जांच होगी और इसकी गुणवत्ता जांची जाएगी।




— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 12, 2022



विधायक ने लगाया आरोप



धरमपुरी के कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा ने मौके पर पहुंचकर डैम निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यहां घटिया सामग्री लगाई है। 



धामनोद-बड़वाह मार्ग का ट्रैफिक बंद, अफसर मौके पर



मानपुर से खलघाट हाईवे बंद कर दिया गया है, जिसके जाम लग गया है। मानपुर-मुंबई मार्ग पर ट्रैफिक रोका गया है, वाहनों को लेबड़-मानपुर की तरफ डाइवर्ट किया गया है। इंदौर जाने का और आने का रास्ता गुजरी के पहले बंद किया गया। करीब 1000 से ज्यादा वाहन कतार में खड़े है। डैम में लीकेज की सूचना पर धार कलेक्टर, एसपी समेत आला अफसर मौके पर पहुंच गए हैं। प्रशासन और अफसर अपनी देखरेख में आपदा प्रबंधन का काम करा रहे हैं।



डैम की जानकारी...5 सवाल-जवाब में



1. डैम कहां स्थित है?



धार जिले की धर्मपुरी तहसील में कारम मध्यम सिंचाई परियोजना के तहत बनाया जा रहा है।



2. कब और कहां से मिट्टी खिसकी?



12 अगस्त को बांध के राइट साइड flank 500-530 के बीच डाउन स्ट्रीम की मिट्टी खिसकने से बांध को खतरा बना।



3. कितना बड़ा है बांध और कितना पानी है?



बांध की लंबाई 590 मीटर और ऊंचाई 52 मीटर है। वर्तमान में डैम में 15 मिलियन क्यूबिक मीटर (MCM) पानी इकट्ठा है। 



4. किस इलाके के कितने गांव खाली कराए गए?



ऐहतियातन धार जिले के 12 गांव और खरगोन के 6 गांवों को खाली कराकर लोगों को सुरक्षित जगह पर राहत शिविरों में शिफ्ट कर दिया गया है। 



5. राहत और बचाव कार्य किस तरह हो रहे हैं?



NDRF-SDERF धार और इंदौर की टीम और पड़ोस के थानों का पुलिस बल, होम गार्ड्स और राजस्व विभाग के अमले के साथ बचाव कार्य किया जा रहा है। एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर और आर्मी की एक कंपनी स्टेंडबाई पर रखी गयी है। 


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